पढ़ें-हरक ने आरोप लगाने वाली महिला को क्यों दिए 10 हजार रुपए ?

उत्तराखंड के पूर्व मंत्री और भाजपा नेता हरक सिंह रावत ने कहा कि मेरे खिलाफ राजनीतिक साजिश रची गई है। देहरादून में भाजपा प्रदेश कार्यालय में हरक सिंह रावत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि 18 मार्च को जब से मैंने सदन में विनियोग बिल के खिलाफ वोट किया, तब से मेरे खिलाफ
 

उत्तराखंड के पूर्व मंत्री और भाजपा नेता हरक सिंह रावत ने कहा कि मेरे खिलाफ राजनीतिक साजिश रची गई है। देहरादून में भाजपा प्रदेश कार्यालय में हरक सिंह रावत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि 18 मार्च को जब से मैंने सदन में विनियोग बिल के खिलाफ वोट किया, तब से मेरे खिलाफ झूठे मुकदमें दायर किए जा रहे हैं।
हरक सिंह रावत ने कहा कि 13 साल पहले जिस महिला ने उन पर आरोप लगाये थे, उस महिला ने मुझ पर दोबारा से आरोप लगाए। हरक ने कहा कि 13 साल पहले आरोप लगने के बाद मैंने कैबिनेट मंत्री का पद छोड़ दिया था, जिसमें मुझे क्लीन चिट मिली थी। हरक ने बताया कि 21 जुलाई से मेरे मोबाइल पर गुड मार्निंग का मैसेज आया और उसके बाद कई बार फ़ोन उठाने के लिए मैसेज आया। 38 मिस काल 4 दिन के अंदर आई, फिर मेरी बात लड़की से फोन पर हुयी और लड़की ने 13 साल पहले की आपबीती मुझे सुनाई और मुझसे माफ़ी मांगने लगी। फिर लड़की मेरे घर पर आयी पैसे की मदद की गुहार लगाने लगी। हरक ने बताया कि मैंने उसे एटीएम में जाकर 10 हजार रूपये रेस्टोरेंट में दे दिए। उसके बाद मेरे खिलाफ जब मुकदमा दर्ज हुआ तो समझ में नही आया किसने मुकदमा करया।
हरक ने कहा कि 13 साल पहले भी मेरे खिलाफ साजिश हुयी थी और इस बार भी साजिश की गयी है। उस लड़की का प्रयोग मेरे राजनैतिक साख गिराने के लिए किया गया।

हरक सिंह ने केंद्र सरकार से उक्त महिला को सुरक्षा देने और पूरी साजिश की सीबीआई जांच कराने की मांग की। पूरी प्रेस वार्ता में हरक सिंह साजिश करने वालों के नाम लेने से बचते रहे।