CM की नसीहत का नहीं हुआ असर, PDF पर कांंग्रेसियों के हमले जारी

कांग्रेस सरकार में सहयोगी पीडीएफ के खिलाफ पार्टी नेताओं की बयानबाजी पर मुख्यमंत्री ने सख्त रूख अपनाते हुए भले ही प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को तक नसीहत दे डाली लेकिन इसके बाद भी पीडीएफ के खिलाफ कांग्रेसी अपनी भड़ास निकालने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं। PDF ने मेरी सरकार को समर्थन दिया, कांग्रेस को नहीं:
 

कांग्रेस सरकार में सहयोगी पीडीएफ के खिलाफ पार्टी नेताओं की बयानबाजी पर मुख्यमंत्री ने सख्त रूख अपनाते हुए भले ही प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को तक नसीहत दे डाली लेकिन इसके बाद भी पीडीएफ के खिलाफ कांग्रेसी अपनी भड़ास निकालने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं। PDF ने मेरी सरकार को समर्थन दिया, कांग्रेस को नहीं: मुख्यमंत्री

पीडीएफ के खिलाफ कांग्रेसियों में गुस्सा इस हद तक भरा है कि वे सोशल मीडिया पर भी सरकार में शामिल पीडीएफ के मंत्रियों के खिलाफ जमकर भड़ास निकाल रहे हैं। आपको जमकर हैरानी होगी कि उनके इस बयान को उत्तराखंड कांग्रेस के फेसबुक पेज पर प्रकाशित किया गया है। हालांकि मथुरादत्त जोशी का ये बयान दो दिन पहले यानि 15 सितंबर 2016 का है लेकिन ये अभी भी उत्तराखंड कांग्रेस के फेसबुक पेज पर ‘पिन’ किया हुआ है।

कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता मथुरादत्त जोशी का ऐसा ही बयान ना सिर्फ उत्तराखंड कांग्रेस के फेसबुक पेज पर प्रमुखता से प्रकाशित किया गया है बल्कि इसे फेसबुक पेज पर सबसे ऊपर ‘पिन’ तक किया गया है। बात यहीं खत्म नहीं होगी, मथुरादत्त जोशी के पीडीएफ के खिलाफ इस बयान को उत्तराखंड कांग्रेस के फेसबुक पेज से पैसे खर्च कर प्रमोट तक किया गया है।

अपने इस बयान में जोशी खुलकर पीडीएफ नेताओंं पर जबुानी हमले कर रहे हैं, साथ ही उन्हें अपने काम पर ध्यान देने की नसीहत दे रहे हैं। अपनी ही सरकार के मंत्रियों पर जोशी का सवाल खड़ा करना बताता है कि सब कुछ ठीक नहीं है।

मुख्यमंत्री हरीश रावत का पीडीएफ पर संगठन की आक्रमक बयानबाजी पर नाराजगी जताने के बावजूद कांग्रेस संगठन का पीडीएफ के खिलाफ भड़ास निकालना, एक बार फिर से जाहिर करने के लिए काफी है कि कांग्रेस सरकार और संगठन में रार आने वाले दिनों में और बढ़ने वाली है।

बहरहाल ऐसे में देखने वाली बात ये होगी कि उत्तराखंड में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले एक बार खुलकर सामने आई सरकार औऱ संगठन की इस रार को थामने के लिए कांग्रेस आलाकमान क्या फैसला लेता है। जाहिर है स्थिति यही रही तो उत्तराखंड में सत्ता परिवर्तन की रवायत को बदलने का दावा कर रही कांग्रेस के इस ख्वाब पर पानी फिर सकता है।