आपदा से निपटने के लिए शासन-प्रशासन ने कसी कमर

प्रदेश में मानसून से पहले ही शासन-प्रशासन ने किसी भी तरह की आपदा से निपटने के लिए सरकार ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। मुख्य सचिव शत्रुघ्न सिंह ने सोमवार को सचिवालय में प्रदेश के जिलाधिकारियों के साथ कांफ्रेंसिंग कर मानसून पूर्व की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी जिलों
 

प्रदेश में मानसून से पहले ही शासन-प्रशासन ने किसी भी तरह की आपदा से निपटने के लिए सरकार ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। मुख्य सचिव शत्रुघ्न सिंह ने सोमवार को सचिवालय में प्रदेश के जिलाधिकारियों के साथ कांफ्रेंसिंग कर मानसून पूर्व की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी जिलों के भूस्खलन संभावित क्षेत्रों के आसपास जेसीबी, पोकलैंड आदि जरूरी मशीनें पहले से ही मौजूद रहें। साथ ही मुख्य सचिव ने अधिकारियों को सुदूर इलाकों में खाद्यान्न, मिट्टी का तेल और अन्य जरूरी सामग्री होना सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने कहा कि राज्य आपदा प्रबंधन के वाट्सएप ग्रुप में हर घटना की जानकारी फोटो सहित सभी संबंधितों से शेयर करें।

आपदा प्रबंधन की योजना तैयार | बैठक में बताया गया कि जनपद और गांव पर आपदा प्रबंधन योजना बना ली गई है। भूकम्प से बचाव का प्रशिक्षण दिया गया है। रिस्पांस सिस्टम को प्लानिंग और ऑपरेशन स्तर तक दुरूस्त किया गया है। अगले तीन महीने तक का खाद्यान्न सुदुर गोदामों में भेज दिया गया है। आवश्यक दवाएं भी अस्पतालों में भेज दी गई है। बिजली आपूर्ति बाधित होने की स्थिति में आपात व्यवस्था भी की गई है। संचार व्यवस्था का भी वैकल्पिक इंतजाम किया गया है। आपदा की स्थिति में राहत व बचाव कार्य के लिए पुलिस, एसडीआरएफ, अग्निशमन कर्मियों को जरूरी उपकरण दिये गये है। जनपदों में जेसीबी, डोजर, क्रेन, एम्बुलेंस आदि की सूची ड्राईवरों के मोबाईल नम्बर के साथ उपलब्ध है। चेतावनी प्रसारण के इंतजाम भी किये गये है।