उत्तराखंड | कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निपटने को SOP जारी, देखिए यहां
कोरोना की संभावित तीसरी लहर के अलर्ट को देखते हुए तीरथ सरकार ने उसमें बच्चों के संक्रमित होने की आशंकाओं को देखते हुए विशेष एसओपी जारी की है।
Updated: Jun 25, 2021, 13:06 IST
देहरादून (उत्तराखंड पोस्ट) कोरोना की संभावित तीसरी लहर के अलर्ट को देखते हुए तीरथ सरकार ने उसमें बच्चों के संक्रमित होने की आशंकाओं को देखते हुए विशेष एसओपी जारी की है।
SOP के तहत चिकित्सालयों में बाल रोग विशेषज्ञों की संख्या बढ़ाने के अलावा उनके उपचार के व्यापक प्रबंध करने के लिए महानिदेशक स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया गया है।
नीचे जाने गाइडलाइन-
- 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों का टीकाकरण जल्दी से जल्दी पूरा किया जाए।
- हर जिले के सरकारी चिकित्सालयों में पर्याप्त संख्या में आक्सीजन बेड,आईसीयू व वेंटीलेटरों का इंतजाम किया जाए। यदि किन्ही कारणों से यह संभव नहीं हो पा रहा है तो नजदीकी मेडिकल कालेज से यह व्यवस्था बनाई जाए।
- इसके अलावा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को 1 लेबल का कोविड केयर सेंटर बनाया जाए। हर 1 लेबल के कोविड केयर सेंटर में दस बेडों की व्यवस्था होनी चाहिए।
- हर जिले में किसी अन्य बीमारी से पीढ़ित 0 से 18 आयु वर्ग के बच्चों की सूची अभी से तैयार कर ली जाए ताकि कोरोना की तीसरी लहर के समय उनकी निगरानी भी की जा सके।
-
- एसओपी में यह भी कहा गया है कि केंद्र सरकार से प्राप्त हो रहे आक्सीजन सिलेंडरों के अलावा यदि जिलों में और भी सिलेंडरों की आवश्यकता पड़ती है तो उन्हें अभी से क्रय कर लिया जाए।
- हर डीसीएच और मेडिकल कालेज में आक्सीजन स्टोरेज टैंक की व्यवस्था की जाए जिनकी क्षमता कम से कम एक हजार लीटर प्रति मिनट होनी चाहिए।
- उपर्युक्त विषयक विभिन्न वैज्ञानिक संस्थानों एवं मेडिकल एक्सपर्ट की राय के अनुसार कोबिड-19 महामारी की सम्भावित तीसरी लहर की रोकथाम की तैयारियों के दृष्टिगत राज्य में आवश्यक तैयारियां समयान्तर्गत पूर्ण की जानी आवश्यक हो गयी है।
- अतएव उपर्युक्त उद्देश्य की पूर्ति हेतु शासन द्वारा सम्यक विचारोपरान्त लिये गये निर्णय के क्रम में मुझे यह कहने का निदेश हुआ है कि निम्नलिखित दिशा-निर्देशों का राज्य स्तर एवं जनपद स्तर से समयान्तर्गत आवश्यक कार्यवाही करने हेतु कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करने का कष्ट करें।