उत्तराखंड का लाल हुआ शहीद, तीन साल के बेटे और परिवार को अकेला छोड़ गए टीकम सिंह नेगी 

उत्तराखंड के लिए एक बुरी खबर मिली है। देवभूमी का एक और लाल देश की रक्षा करते हुए शहीद हो गया। भारत-चीन सीमा पर पूर्वी लद्दाख के नॉर्दर्न सब सेक्टर में आईटीबीपी में असिस्टेंट कमांडेंट के पद पर तैनात टीकम सिंह नेगी शहीद हो गए। उनकी शहादत का समाचार मिलने से ग्राम राजावाला में मातम का माहौल है।
 
 

देहरादून (उत्तराखंड पोस्ट) उत्तराखंड के लिए एक बुरी खबर मिली है। देवभूमी का एक और लाल देश की रक्षा करते हुए शहीद हो गया। भारत-चीन सीमा पर पूर्वी लद्दाख के नॉर्दर्न सब सेक्टर में आईटीबीपी में असिस्टेंट कमांडेंट के पद पर तैनात टीकम सिंह नेगी शहीद हो गए। उनकी शहादत का समाचार मिलने से ग्राम राजावाला में मातम का माहौल है।

प्रशासनिक अधिकारियों व ग्रामीणों का शहीद के निवास पर पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है। राजावाला निवासी सेवानिवृत्त सूबेदार राजेंद्र सिंह नेगी के 34 वर्षीय पुत्र टीकम सिंह नेगी के इंडो चाइना बॉर्डर पर शहीद होने की खबर मिली है। खबर मिलते ही विकासनगर के उप जिलाधिकारी विनोद कुमार शहीद के घर पहुंच गए। इसके अलावा आसपास के क्षेत्रों से ग्रामीणों व जनप्रतिनिधियों के उनके घर पहुंचने का सिलसिला जारी है। क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है।

बताया जा रहा है कि शहीद टीकम सिंह नेगी 2011 में आईटीबीपी में भर्ती हुए थे। उनका विवाह 2018 में टिहरी के चंबा स्थित ग्राम बादशाहीठौर में हुआ था। उनका तीन साल का बेटा है। बताया जा रहा है कि टीकम की यूनिट दस दिनों के लिए किसी स्पेशल मिशन पर इंडो चाइना बॉर्डर पर तैनात थी, जिसके दौरान उनकी शहादत की खबर मिली है। उप जिलाधिकारी ने बताया कि अभी शहादत के कारणों की जानकारी नहीं मिली है। शहीद टीकम सिंह का पार्थिव शरीर मंगलवार को दिन में 12 बजे आएगा।