मसूरी | सुकून देता है पहाड़ों की रानी का सौंदर्य

बेहाल कर देने वाली गर्मी से दूर प्रकृति की गोद में कुछ पल सुकून के बिताने की चाहत रखने वालों के लिए मसूरी सबसे बेहतरीन हिल स्टेशन है। मसूरी का सौंदर्य सैलानियों को इस कदर प्रभावित करता है कि इसे पर्वतों की रानी भी कहा जाता है। गर्मी के मौसम में दिन के समय हल्की
 

बेहाल कर देने वाली गर्मी से दूर प्रकृति की गोद में कुछ पल सुकून के बिताने की चाहत रखने वालों के लिए मसूरी सबसे बेहतरीन हिल स्टेशन है। मसूरी का सौंदर्य सैलानियों को इस कदर प्रभावित करता है कि इसे पर्वतों की रानी भी कहा जाता है। गर्मी के मौसम में दिन के समय हल्की गर्मी जरूर हो सकती है लेकिन यहां की मदमस्त कर देने वाली सुबह और शाम किसी को भी लुभा सकती है।

मसूरी, हनीमून कपल्स के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं है। एक ओर विशाल हिमालय की चमचमाती बर्फीली श्रृंखलाओं का सुंदर नज़ारा, वहीं दूसरी ओर घाटी में बिखरी प्रकृति की अद्भुत सुंदरता के दीदार होते हैं। मसूरी में देवदार के वृक्षों के घने जंगलों से घिरे जलप्रपात आपको अपनी ओर आकर्षित करेंगे।

ऐतिहासिक पृष्ठ्भूमि | माना जाता है कि इस जगह का नाम यहां बड़ी तादाद में उगने वाली मसूर की दाल पर पड़ा। सन् 1820 में कैप्टान यंग नाम के एक अंग्रेज ने इस स्थान के प्राकृतिक सौन्दर्य से मुग्ध हो यहां अपना बंगला बनवाया था जिसके बाद यह एक हिल स्टेशन के तौर पर विकसित हुआ।

मुख्य आकर्षण

कैम्पटी फॉल | ऊंचे पहाड़ों से गिरता यह जलप्रपात इस वादी का खास व्यू प्वाइंट है। यहां गर्मियों में, क्या बच्चेअ और क्या जवान सभी ठंडे पानी की बौछारों का जमकर लुत्फ उठाते हैं। यह जगह मसूरी से 15 किमी दूर स्थित है।

गन हिल | मसूरी की दूसरी सबसे ऊंची चोटी तक का सफर आप रोप वे के जरिए कर सकते हैं। 20 मिनट का यह रोमांचकारी सफर यकीनन आप जिंदगी भर नहीं भूलेंगे। यहां से आप विभिन्न हिमालय श्रृंखलाएं जैसे बंदरपुंछ, श्रीकंठ, पीथवारा व गंगोत्री ग्रुप के अनुपम सौंदर्य को जी भरकर निहार सकते हैं। समूचा मसूरी शहर यहां से आप को नजर आ जाएगा।

कंपनी बाग | बच्चों के साथ जा रहे हैं तो यहां के कंपनी बाग जरूर जाइएगा। यहां बच्चों के मनोरंजन के बहुत से साधन हैं। कृत्रिम सांड की पीठ पर बैठकर बच्चे खूब खुश होते हैं।

नाग देवता का मंदिर | मसूरी से करीब 6 किमी दूरी पर स्थित यह प्राचीन मंदिर दर्शनीय है। यहां से आप दून वादी की मनमोहक खूबसूरती को कैमरे में बखूबी कैद कर सकते हैं।

धनोल्टी | टिहरी सड़क पर स्थित धनोल्टी एक शांत सी जगह है। यह जगह ऊंचे-ऊंचे देवदार वृक्षों व खूबसूरत फलों के बगीचों के कारण प्रसिद्ध है। शहर की भीड़ से दूर यहां के टूरिस्ट बंगले व होटल में समय बिताना आपको लिए एक अलग तरह का अनुभव होगा। आप चाहें तो मसूरी के फॉरेस्ट रेस्ट हाउस में अपना समय बिता सकते है। इनके अतिरिक्त यमुना ब्रिज, चंबा, लखा मंडल व सुरखंडा देवी यहां के कुछ अन्‍य दर्शनीय स्थल हैं।

शॉपिंग | यहां आप गांधी चौक, कुलरी बाजार व लैन्डनयोर बाजार से छडि़या, हाथ के बुने आकर्षक डिजाइनों के स्वेटर व कार्डिगन खरीद सकते हैं। यहां आने पर ट्रेक हिमालयन ऑफिस के पास स्थित दुकानों से एंटिक सामान खरीदना मत भूलिएगा। ब्रिटिश काल के फर्नीचर व अन्य दुर्लभ वस्तुएं यहां उचित दामों पर मिलती हैं।

कब आएं | यूं तो पूरे साल यहां का मौसम सुहाना रहता है लेकिन अप्रैल से जून और सितंबर से नवंबर के बीच आने वालों को और भी अच्छा मौसम मिलता है।

कहां ठहरें | मसूरी आने वालों के लिए ठहरने की कोई समस्या नहीं होती। यहां कदम-कदम पर होटल और गैस्ट हाउस स्थित हैं। लोगों के बजट और पसंद के हिसाब से ठहरने की जगह मिल जाती है। लेकिन अगर आप गर्मी की छुट्टियों में मसूरी जाने का मन बना रहे हैं तो बुकिंग पहले से करवा लें। हो सकता है मसूरी पहुंच कर आपको सभी होटल फुल मिलें और जहां कमरें खाली हों वहां दाम अधिक चुकाना पड़े।

कैसे पहुंचें मसूरी | मसूरी का निकटतम एयरपोर्ट देहरादून में है। देहरादून से लोकल बस, टैक्सी द्वारा मसूरी पहुंचा जा सकता है। मसूरी से निकटतम रेलवे स्टेशन 33 किलोमीटर दूरी पर देहरादून में है।