नवरात्रि पर नौ दिन तक होती है मां की आराधना, जानिए क्या करें और क्या काम न करें ?

शारदीय नवरात्रि का महापर्व आज से शुरू हो गया है। नौ दिनों तक मंदिरों और घरों में मां की उपासना होगी और सभी घट स्थापना भी करेंगे। घट स्थापना के साथ ही माता रानी की विधि-विधान से पूजा की जाएगी।
 
 

देहरादून (उत्तराखंड पोस्ट) शारदीय नवरात्रि का महापर्व आज से शुरू हो गया है। नौ दिनों तक मंदिरों और घरों में मां की उपासना होगी और सभी घट स्थापना भी करेंगे। घट स्थापना के साथ ही माता रानी की विधि-विधान से पूजा की जाएगी।

नवरात्रि में कौन से काम है, जिन्हें करना चाहिए और कुछ काम ऐसे भी हैं जिन्हें करने से बचना चाहिए। आइए उन कामों के बारे में जान लीजिए ताकि माता का आशीर्वाद बना रहे।

नवरात्रि में क्या करें

  • नवरात्रि के नौ दिनों तक रोजाना सुबह नहाकर पूजा स्थान और घर की अच्छे से सफाई करें।
  • मंदिर की सफाई करें और गंगा-जल से शुद्ध करें, इसके बाद विधि-विधान से पूजा करें।
  • देवी मां को लाल रंग काफी पसंद है इसलिए नवरात्रि के नौ दिनों में देवी मां को लाल रंग के फूल अर्पित करें।
  • नवरात्रि के नौ दिनों तक माता को लाल चुनरी ही चढ़ाएं और साथ में लाल रंग की चूड़ी अर्पित करें।
  • नवरात्रि के नौ दिनों तक माता के अलग-अलग रूपों की पूजा करें और उन्हें उनका मनपसंद भोग लगाएं।
  • नवरात्रि के नौ दिनों तक जहां आपने अखंड ज्योत जलाई है उसके सामने दुर्गा सप्‍तशती और दुर्गा चालीसा का पाठ करें इससे माता रानी खुश होंगी।
  • नवरात्रि के दिनों में अगर हो सके तो घर में कलश स्थापना के साथ अखंड ज्योति जरूर प्रज्जवलित करें।
  • पूजन अर्चन के बाद दुर्गा चालीसा, दुर्गासप्तशती और देवीभागवत पुराण का पाठ करें।
  • हो सके तो नौ दिन तक नवरात्रि का व्रत रखें। व्रत में फलहार कर सकते हैं या फिर एक समय भोजन भी कर सकते हैं, जो लोग नौ दिनों का व्रत नहीं कर सकते वे लोग पहले दिवस और अष्टमी तिथि का उपवास करें।
  • नवरात्रि में सात्विक भोजन और ब्रह्मचर्य के नियमों का पालन करें जो कि पुराणों में भी बताया गया है।

नवरात्रि में क्या ना करें

  • नवरात्रि में लहसुन-प्याज वाले खाने का सेवन ना करें और ना ही शराब आदि का सेवन करें।
  • जो लोग व्रत करें वह लोग जमीन पर सोएं क्योंकि कुछ मान्यताओं के मुताबिक, व्रत वाले लोगों को चारपाई पर सोना वर्जित माना जाता है।
  • नवरात्रि के नौ दिनों तक अपने मन में किसी भी प्रकार का द्वेष ना लाएं और मन, वचन और कर्म भी शुद्ध रखें।
  • नवरात्रि के दौरान बाल और नाखून नहीं काटने चाहिए।