हनुमान जयंती | भूलकर भी ना करें ये 10 गलतियां, क्रोधित हो जाएंगे हनुमान जी!
हनुमान को सबसे दयालु और प्रसन्न होने वाला देव समझा जाता है। हालांकि अगर उनकी पूजा अर्चना में लापरवाही की जाए तो वह जल्दी ही क्रोधित भी हो जाते हैं। आइए आपको बतात हैं हनुमान जयंती पर कौन से 10 काम करने से परहेज करना चाहिए।
देहरादून (उत्तराखंड पोस्ट) हर साल चैत्र मास के शुक्ल पक्ष पूर्णिमा को हनुमान जयंती मनाई जाती है। इस साल ये दिन 27 अप्रैल, मंगलवार को है। हनुमान जी की पूजा करने के सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है। हनुमान जी को बुद्धि व विद्या का प्रतीक माना जाता है। इस दिन जो सच्चे मन से पूजा करते हैं, संकटमोचन उनका सभी कष्ट हर लेते हैं। हनुमान जयंती पर यह खास उपाय करें तो धन का संकट दूर हो सकता है। हनुमान को सबसे दयालु और प्रसन्न होने वाला देव समझा जाता है।
हालांकि अगर उनकी पूजा अर्चना में लापरवाही की जाए तो वह जल्दी ही क्रोधित भी हो जाते हैं। आइए आपको बतात हैं हनुमान जयंती पर कौन से 10 काम करने से परहेज करना चाहिए।
- बहुत कम ही लोग इस बात को जानते हैं कि हनुमान जी की पूजा में कभी भी चरणामृत का प्रयोग नहीं किया जाता है। इसलिए पूजा के वक्त ऐसा करने से बचें।
- हनुमानजी की पूजा उस समय वर्जित मानी जाती है जब सूतक लगा हो। सूतक तब माना जाता है जब परिवार में किसी की मृत्यु हो जाए। सूतक के 13 दिनों में हनुमान जी पूजा नहीं करनी चाहिए।
- हनुमान जी की पूजा करने वाले भक्त को मंगलवार या हनुमान जयंती के व्रत वाले दिन नमक का सेवन नहीं करना चाहिए। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि दान में दी गई वस्तु, विशेष रूप से मिठाई का स्वयं सेवन न करें।
- हनुमान जी की पूजा करते समय काले और सफेद रंग के कपड़े ना पहनें। बजरंगबली की पूजा में लाल और पीले रंग के वस्त्र धारण करना शुभ होता है।
- हनुमानजी की पूजा करते समय ब्रह्राचर्य व्रत का पालन करना आवश्यक होता है। इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि हनुमान जी बाल ब्रह्मचारी होने की वजह से स्त्रियों के स्पर्श से दूर रहते थे। ऐसे में पूजा के दौरान स्त्रियों को हनुमान जी को स्पर्श नहीं करना चाहिए।
- हनुमान जयंती पर खंडित और टूटी हुई मूर्ति की पूजा बिल्कुल ना करें। अगर हनुमान जी की कोई तस्वीर फटी हुई है तो उसे हटा दें।
- हनुमान जयंती पर भूलकर भी मांस और मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए।
- हनुमान शांति प्रिय आसानी से प्रसन्न होने वाले देव हैं। इसलिए घर में बिल्कुल भी कलह ना करें। अशांति से शनि प्रकोप बढ़ सकता है।
- दिन के वक्त सोने से परहेज करें। संभव हो तो हनुमान चालीसा का पाठ करें।
- इस दिन शारीरिक संबंध बनाने से परहेज करें और हनुमान की सच्चे मन से उपासना करें।