श्री श्री के कार्यक्रम पर NGT ने केन्द्र पूछा- कैसे यमुना नदी की रक्षा करेंगे?
गौरतलब है कि एनजीटी ने 11 फरवरी को दिल्ली सरकार, दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) और आर्ट ऑफ लिविंग को नोटिस जारी किया था। यह कार्यक्रम 11 से 13 मार्च को यमुना के किनारे होना था। विशेषज्ञों ने यमुना के जल ग्रहण क्षेत्र में इसके आयोजन के कारण पर्यावरण को होने वाले संभावित नुकसान को लेकर चिंता व्यक्त की है।
इससे पहले आध्यात्मिक गुरु श्रीश्री रविशंकर ने सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने इस कार्यक्रम के लिए यमुना को इसलिए चुना ताकि वह नदी की सफाई को लेकर लोगों को जागरूक कर सकें। उन्होंने कहा कि पर्यावरणविदों की चिंता के बारे में पहले ही पता चल जाता तो वह शुरू में ही जगह बदल देते। इस मामले में बुधवार को भी सुनवाई जारी रहेगी।