करवा चौथ कल, जानें पूजा विधि एवं शुभ मुहूूर्त

 
 

देहरादून (उत्तराखंड पोस्ट) सुहागिनों का सबसे बड़ा पर्व करवा चौथ व्रत 1 नवंबर बुधवार के दिन रखा जाएगा। कार्तिक मास कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को हर साल करवा चौथ का पर्व मनाया जाता है।

 

इस दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु, सुखी वैवाहिक जीवन और समृद्धि के लिए निर्जला करवा चौथ व्रत रखती हैं। व्रती महिलाएं रात को चांद दर्शन और पूजा के बाद व्रत तोड़ती हैं। मान्यता है कि चंद्र दर्शन और चांद को अर्घ्य देने से पति की लंबी आयु और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

 

करवा चौथ तिथि व मुहूर्त-

कार्तिक माह कृष्ण पक्ष चतुर्थी आरंभ - 31 अक्टूबर को रात 09:30

कार्तिक माह कृष्ण पक्ष चतुर्थी समाप्त -  1 नवंबर को रात 09:19 मिनट 

करवा चौथ पूजा मुहूर्त -  1 नवंबर को शाम 06:05 बजे से शाम 07:21 बजे तक

चंद्रोदय समय - रात  08:59 बजे

करवा चौथ पूजा विधि

  • इस दिन सबसे पहले सुबह सूर्योदय से पहले स्नान करके स्वच्छ कपड‍़े पहनें.

  • अब पूजा घर को साफ कर लें.

  • सास द्वारा दी गई सरगी सुबह सूर्योदय से पहले ग्रहण कर लें.

  • भगवान की पूजा करके निर्जला व्रत का संकल्प लें.

  • सोलह श्रृंगार कर शाम को शुभ मुहूर्त में गणपति, भगवान शंकर और देवी पार्वती और करवा माता की पूजा करें फिर व्रत की कथा सुनें
  • पूजा की थाली में आटे का दीपक, फल, मिठाई, जल से भरा दो करवा, छलनी जरूर ऱखें
  • चांद निकलने पर छलनी में एक आटे का दीपक जला लें और उत्तर पश्चिम दिशा में मुख कर चंद्रदेव को एक करवे से अर्घ्य दें.
  • चंद्रमा को अर्घ्य देते वक्य ये मंत्र बोलें - ज्योत्‍सनापते नमस्तुभ्‍यं नमस्ते ज्योतिषामपतेः नमस्ते रोहिणिकांतं अर्ध्‍यं मे प्रतिग्रह्यताम।।
  • छलनी से पहले चांद को और फिर पति को देखें.
  • अब दूसरे करवे से पहले पति को पानी पिलाएं और फिर पति के हाथ से उसी करवे से जल पीएं।अब बड़ों का आशीर्वाद लें.