उत्तराखंड सरकार की कुनीतियों का परिणाम है कि राज्य में भारी बेरोजगारी है: हरीश रावत

पूर्व सीएम ने आगे कहा- पद रिक्त पढ़े हुये हैं, भरे नहीं जा रहे हैं। नये अवसर पैदा नहीं हो रहे हैं, जो उद्योग लगे थे वो बंद हो रहे हैं, उनमें से लोगों की छटनी हो रही है। परंपरागत, जो यहाँ के व्यवसाय थे वो मर रहे हैं। राज्य सरकार की कुनीतियों का परिणाम है कि उत्तराखंड में भारी बेरोजगारी है।
 

 

देहरादून (उत्तराखंड पोस्ट) उत्तराखंड में चुनावी साल में आरोप प्रत्यारोप के दौर के बीच पूर्व सीएम हरीश रावत ने राज्य की धामी सरकार पर रोजगार के मोर्च पर विफल रहने का आरोप लगाते हुए निशाना साधा है।

हरीश रावत ने कहा कि वर्ष 2016-17 में उत्तराखंड के अंदर बेरोजगारी की वार्षिक वृद्धि दर 1.5 थी, मतलब डेढ़ प्रतिशत थी, जो देश में न्यूनतम् थी और आज हालात ये हैं कि देश में सर्वाधिक बेरोजगारी की वृद्धि दर उत्तराखंड में है, छोटे से राज्य में।

पूर्व सीएम ने आगे कहा- पद रिक्त पड़े हुये हैं, भरे नहीं जा रहे हैं। नये अवसर पैदा नहीं हो रहे हैं, जो उद्योग लगे थे वो बंद हो रहे हैं, उनमें से लोगों की छंटनी हो रही है। परंपरागत, जो यहाँ के व्यवसाय थे वो मर रहे हैं। राज्य सरकार की कुनीतियों का परिणाम है कि उत्तराखंड में भारी बेरोजगारी है।