17 महीने के उच्चतम स्तर तक पहुंची महंगाई दर

महंगाई के मोर्चे पर सरकार को राहत मिलती नजर नहीं आ रही है। जनवरी में एक बार फिर रिटेल महंगाई दर में मामूली बढ़ोतरी देखने को मिली है। दिसंबर में सीपीआई यानि रिटेल महंगाई दर बढ़कर 5.69 फीसदी हो गई है। इस तरह, जनवरी में रिटेल महंगाई दर 17 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच
 

महंगाई के मोर्चे पर सरकार को राहत मिलती नजर नहीं आ रही है। जनवरी में एक बार फिर रिटेल महंगाई दर में मामूली बढ़ोतरी देखने को मिली है। दिसंबर में सीपीआई यानि रिटेल महंगाई दर बढ़कर 5.69 फीसदी हो गई है। इस तरह, जनवरी में रिटेल महंगाई दर 17 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। वहीं दिसंबर में रिटेल महंगाई दर 5.61 फीसदी पर रही थी। खाने-पीने की चीजों की महंगाई दर में बढ़ोतरी देखने को मिली है। महीने दर महीने आधार पर जनवरी में खाने-पीने की चीजों की महंगाई दर 6.4 फीसदी से बढ़कर 6.85 फीसदी हो गई है। वहीं महीने दर महीने आधार पर जनवरी में ग्रामीण इलाकों की महंगाई दर 6.32 फीसदी से बढ़कर 6.48 फीसदी रही है। महीने दर महीने आधार पर जनवरी में शहरी इलाकों की महंगाई दर 4.73 फीसदी से बढ़कर 4.81 फीसदी रही है।

महीने दर महीने आधार पर जनवरी में सब्जियों की महंगाई दर 4.63 फीसदी से बढ़कर 6.39 फीसदी रही है। महीने दर महीने आधार पर जनवरी में फ्यूल और बिजली की महंगाई दर 5.45 फीसदी से घटकर 5.32 फीसदी रही है। महीने दर महीने आधार पर जनवरी में कपड़ों-जूतों की महंगाई दर 5.74 फीसदी से घटकर 5.71 फीसदी रही है। महीने दर महीने आधार पर जनवरी में दाल की महंगाई दर 45.92 फीसदी से घटकर 43.32 फीसदी रही है। महीने दर महीने आधार पर जनवरी में दूग्ध उत्पादों की महंगाई दर 3.94 फीसदी से बढ़कर 4 फीसदी रही है।