शहीद हुए 5 जवान, 39 दिन का है मनदीप का बेटा तो 4 महीने पहले हुई थी गज्जन की शादी

सोमवार सुबह जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले आतंकियों के साथ चल रहे एनकाउंटर में सुरक्षाबलों के पांच जवान शहीद हो गए। इन पांच जवानों में एक जूनियर कमिशंन्ड ऑफिसर (जेसीओ) भी शामिल हैं।
 
 

श्रीनगर (उत्तराखंड पोस्ट) सोमवार सुबह जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले आतंकियों के साथ चल रहे एनकाउंटर में सुरक्षाबलों के पांच जवान शहीद हो गए। इन पांच जवानों में एक जूनियर कमिशंन्ड ऑफिसर (जेसीओ) भी शामिल हैं।

आतंकवादियों की मौजूदगी की खुफिया सूचना मिलने के बाद तड़के सुरनकोट में डीकेजी के नजदीक एक गांव में अभियान शुरू किया गया था। सेना ने इलाके की घेराबंदी कर दी, जिसके बाद दोनों ओर से गोलीबारी होने लगी। इसी दौरान पांच जवान शहीद हो गए। शहीद होने वाले जवानों के नाम गज्जन सिंह, वैसाख एच, जसविंदर सिंह, मनदीप सिंह बहादुर, सरज सिंह हैं।

शहीद हुए जवानों में मनदीप सिंह भी शामिल हैं, जिनकी उम्र करीब 30 साल थी। वह पंजाब के गुरदासपुर के गांव चट्ठा के रहने वाले थे। शहीद मनदीप सिंह अपने पीछे अपनी बुजुर्ग माता मनजीत कौर, पत्नी मनदीप कौर और दो बेटों को छोड़ गए। शहीद मनदीप सिंह का एक बेटा मंताज सिंह 4 साल और दूसरा पुत्र गुरकीरत सिंह सिर्फ 39 दिन का है। मनदीप सिंह के घर कुछ दिन पहले ही खुशियां आई थीं और 16 अक्टूबर को मनदीप सिंह का जन्मदिन था। चचेरे भाई गुरमुख सिंह और गांव के रहने वाले गुरविन्दर सिंह ने कहा कि मनदीप सिंह एक बहुत अच्छे फुटबॉल और बास्केट बॉल के खिलाड़ी थे।

शहीद जवान नायक सूबेदार जसविंदर सिंह, हरभजन सिंह के बेटे हैं। वह गांव मनन तलवंडी के रहने वाले हैं। जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में वे शहीद हो गए। जसविंदर के घर में दो भाई हैं और उनके पिता की मौत हो चुकी है। वह एक कप्तान के रूप में सेना से सेवानिवृत्त हुए थे। बड़े भाई राजिंदर सिंह भी पूर्व सैनिक हैं। नायक सूबेदार जसविंदर सिंह शादीशुदा हैं। उनकी पत्नी सुखप्रीत कौर के दो बच्चे थे। सूत्रों के मुताबिक शहीद का पार्थिव शरीर मनन तलवंडी भेजा जाएगा, जहां पर पूरे सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

आतंकियों को ढेर करने के लिए वह एनकाउंटर में मोर्चा संभाल रहे थे, इसी दौरान गज्जन सिंह शहीद हो गए। रूपनगर जिले के पचरंदा गांव के गज्जन सिंह की चार महीने पहले ही शादी हुई थी। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, उनके परिवार में उनकी पत्नी हरप्रीत कौर हैं। बताया जा रहा है कि कल यानी 13 अक्टूबर को वह 10 दिनों की छुट्टी पर अपने गांव आने वाले थे, लेकिन अफसोस कि अब उनके घरवालों का यह इंतजार कभी खत्म नहीं हो पाएगा।

उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले के रहने वाले सरज सिंह भी एनकाउंटर में शहीद हो गए। इस एनकाउंटर में केरल के कोलम जिले के रहने वाले वैसाख एच भी शहीद हो गए।