ट्राई ने 700 और 800 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम नीलामी के लिए रिजर्व प्राइस पर दी अपनी सिफारिशें

टेलीकॉम रेगुलेटर ट्राई ने 700 और 800 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम नीलामी के लिए रिजर्व प्राइस पर अपनी सिफारिशें दी हैं। साथ ही कहा है कि 700 मेगाहर्ट्ज बैंड में पूरा स्पेक्ट्रम नीलामी के लिए दिया जाना चाहिए। माना जा रहा है कि इसके बाद टेलीकॉम कंपनियों को ज्यादा स्पेक्ट्रम मिलेगा क्योंकि टेलीकॉम रेगुलेटर ट्राई ने पहली
 

टेलीकॉम रेगुलेटर ट्राई ने 700 और 800 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम नीलामी के लिए रिजर्व प्राइस पर अपनी सिफारिशें दी हैं। साथ ही कहा है कि 700 मेगाहर्ट्ज बैंड में पूरा स्पेक्ट्रम नीलामी के लिए दिया जाना चाहिए। माना जा रहा है कि इसके बाद टेलीकॉम कंपनियों को ज्यादा स्पेक्ट्रम मिलेगा क्योंकि टेलीकॉम रेगुलेटर ट्राई ने पहली बार पूरे 700 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम नीलामी की सिफारिश की है। ट्राई का प्रस्ताव है कि दिल्ली में 800 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम के लिए 848 करोड़ की रिजर्व प्राइस हो। वहीं मुंबई में 800 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम के लिए 1192 करोड़ रिजर्व प्राइस सुझाया गया है। दिल्ली में 700 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम के लिए 1595 करोड़ रुपए रिजर्व प्राइस का प्रस्ताव दिया गया है। दिल्ली में 2100 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम के लिए 554 करोड़ की रिजर्व प्राइस, 1800 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम के लिए 399 करोड़ की रिजर्व प्राइस और 2300 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम के लिए 143 करोड़ की रिजर्व प्राइस का प्रस्ताव दिया गया है। इससे ना सिर्फ उपभोक्ताओं को कॉल ड्रॉप की समस्या से निजात मिलने की उम्मीद है बल्कि टेलीकॉम कंपनियों की सिरदर्दी भी थोड़ी कम होगी।