पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन पर 7 दिन का राष्ट्रीय शोक, आज होगा अंतिम संस्कार
देहरादून (उत्तराखंड पोस्ट) पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का 84 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है। प्रणब मुखर्जी के निधन के बाद केंद्र सरकार ने 7 दिनों के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है। पूर्व राष्ट्रपति का अंतिम संस्कार मंगलवार को दिल्ली में किया जाएगा।
आपको बता दें कि प्रणब मुखर्जी लंबे समय से बीमार चल रहे थे। सोमवार सुबह ही प्रणब मुखर्जी के फेफड़ों में इंफेक्शन की पुष्टि हुई थी। फेफड़ों में इंफेक्शन के बाद से ही उनकी हालात बिगड़ती जा रही थी। प्रणब मुखर्जी को 10 अगस्त को दिल्ली के आर्मी रिसर्च एंड रेफरल (आर एंड आर) हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था। इसी दिन ब्रेन से क्लॉटिंग हटाने के लिए इमरजेंसी में सर्जरी की गई । इसके बाद से उनकी हालत गंभीर बनी हुई थी। प्रणब ने 10 तारीख को ही खुद के कोरोना पॉजिटिव होने की बात भी कही थी।
2012 में बनें थे देश के राष्ट्रपति | प्रणब मुखर्जी ने जुलाई 2012 में भारत के 13वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली थी. वह 25 जुलाई 2017 तक इस पद पर रहे थे। प्रणब मुखर्जी को 26 जनवरी 2019 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। प्रणब मुखर्जी ने कलकत्ता विश्वविद्यालय इतिहास और राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर के साथ साथ कानून की डिग्री हासिल की थी। वे एक वकील और कॉलेज प्राध्यापक भी रहे और उन्हें मानद डी.लिट उपाधि भी दी गई।
मुखर्जी ने पहले एक कॉलेज प्राध्यापक के रूप में और बाद में एक पत्रकार के रूप में अपना कैरियर शुरू किया। 11 दिसम्बर 1935, को पश्चिम बंगाल के वीरभूम जिले में प्रणब मुखर्जी का जन्म हुआ था। उनके पिता 1920 से ही कांग्रेस पार्टी में सक्रिय थे। मुखर्जी के पिता एक सम्मानित स्वतन्त्रता सेनानी थे, जिन्होंने ब्रिटिश शासन की खिलाफत के परिणामस्वरूप 10 वर्षो से अधिक जेल की सजा भी काटी थी।