दो का पहाड़ा नहीं सुनाने पर छात्र को दी ऐसी भयानक सजा, परिजनों ने किया हंगामा
कानपुर (उत्तराखंड पोस्ट) उत्तरप्रदेश के कानपुर से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां उच्च प्राथमिक विद्यालय में 5वीं के छात्र को दो का पहाड़ा न सुनाने पर छात्र की बांह पर ड्रिल मशीन रगड़ दी
परिजनों का आरोप है कि एक संस्था के अनुदेशक ने बच्चे के हाथ में ड्रिल मशीन चलाकर घायल कर दिया। शुक्रवार को परिजनों ने विद्यालय में जमकर हंगामा काटा। जब घटना की जानकारी बीएसए को हुई, तो मौके पर पहुंचकर मामले की जानकारी प्राप्त की। अनुदेशक को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है।
जानकारी के अनुसार सीसामऊ थाना क्षेत्र स्थित प्राथमिक विद्यालय मॉडल प्रेमनगर में विबान कक्षा 5 का छात्र है। विबान गुरूवार को विद्यालय गया था। संस्था के अनुदेशक जिनका नाम अनुज बताया जा रहा है, उन्होंने विबान से दो का पहाड़ा सुनाने को कहा, जब बच्चा पहाड़ा नहीं सुना पाया तो इससे नाराज अनुदेशक ने बच्चे के हाथ पर ड्रिल मशीन चलाकर घायल कर दिया। बच्चे के हाथ से खून निकलने पर कक्षा में हड़कंप मच गया। बताया जा रहा है कि विद्यालय में बच्चे का प्राथमिक उपचार करने के बाद घर भेज दिया गया।
बेसिक शिक्षा परिषद कर्मचारी संघ के मंडल अध्यक्ष परवेज आलम के मुताबिक बच्चे के साथ हुई घटना को सुनकर मैं मौके पर आया हूं। उन्होंने बताया कि गुरुवार को विद्यालय के हेडमास्टर सुभाष यादव छुट्टी पर थे। सहायक अध्यापिका के पास चार्ज था। विद्यालय में बीएसए सुरजीत कुमार की परमीशन पर कौशल विकास योजना के तहत बच्चों को कई तरह की शिक्षा दी जाती है, उसी क्रम में ड्रिल मशीन को रखा गया था।
अध्यक्ष परवेज आलम के अनुसार टीचरों से बात करने पर पता चला कि बच्चे से दो का पहाड़ा सुना जा रहा था। बच्चा नहीं सुना पाया तो हो सकता है कि डराने के उद्देश्य से मशीन चलाई गई हो, लेकिन मशीन से बच्चा घायल हो गया है। यह बहुत ही घातक है, इस तरह की संस्था को तत्काल प्रभाव से विद्यालय से हटाना देना चाहिए। बच्चे के परिजनों का कहना है कि विद्यालय में पढ़ाई नहीं होती है। बच्चा कक्षा पांच का छात्र है, और उसे पहाड़े नहीं आते हैं। इसके जिम्मेदार विद्यालय की टीचर हैं। वहीं ड्रिल मशीन से बच्चे को घायल कर दिया गया। इस मशीन से बड़ा हादसा भी हो सकता था। फिलहाल परिजनों ने थाने में तहरीर नहीं दी है।