परीक्षा रद्द होने के बाद छात्रों के लिए बड़ी खबर, जानिए कब आएगा CBSE 12वीं का रिजल्ट ?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में मंगलवार को अहम बैठक हुई, जिसमें सीबीएसई की 12वीं बोर्ड की परीक्षाओं को रद्द करने का बड़ा फैसला लिया गया। पीएम मोदी ने आज राज्यों और अन्य स्टेक होल्डर्स के साथ इस पर व्यापक चर्चा के बाद परीक्षा को रद्द करने का फैसला लिया।
 

 

नई दिल्ली (उत्तराखंड पोस्ट) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में मंगलवार को अहम बैठक हुई, जिसमें सीबीएसई की 12वीं बोर्ड की परीक्षाओं को रद्द करने का बड़ा फैसला लिया गया। पीएम मोदी ने आज राज्यों और अन्य स्टेक होल्डर्स के साथ इस पर व्यापक चर्चा के बाद परीक्षा को रद्द करने का फैसला लिया।

12वीं की बोर्ड परीक्षा तो रद्द हो गयी है, लेकिन छात्रों को अगली कक्षा में प्रमोट कैसे किया जाएगा या फिर मार्क्स का मूल्यांकन किस आधार पर होगा इसे लेकर अब तक को कोई ऐलान नहीं किया गया है।

इस बीच CBSE सचिव अनुराग त्रिपाठी ने कहा कि सीबीएसई कक्षा 12 के परिणाम कॉलेजों और विदेशी विश्वविद्यालयों में प्रवेश पाने वाले छात्रों के लिए समय पर घोषित किए जाएंगे। उन्होंने आगे कहा कि आमतौर पर कॉलेजों में प्रवेश अगस्त से शुरू होते हैं और मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि परिणाम समय पर घोषित किए जाएंगे।

अनुराग त्रिपाठी ने कहा कि हम कक्षा 12 के मूल्यांकन के लिए मानदंड तैयार करने की प्रक्रिया में हैं। इसके पूरा होने के बाद हम इसे सार्वजनिक डोमेन में डाल देंगे। उन्होंने आगे कहा कि छात्रों, अभिभावकों, शिक्षकों और प्रधानाचार्यों को इसके लिए थोड़ा इंतजार करना होगा. उन्होंने सभी से अपील की कि घबराएं नहीं।

परीक्षा रद्द होने के बाद सबके मन में ये सवाल है कि रिजल्ट बनेगा कैसे ? इस बारे में सीबीएसई बोर्ड की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक, CBSE का फोकस अभी इंटरनल असेसमेंट पर है। कक्षा 10वीं के मूल्यांकन के तरीके से ही 12वीं के रिजल्ट भी तैयार किए जा सकते हैं।

दरअसल, ये कयास इसलिए लगाए जा रहे हैं, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में मंगलवार को आयोजित बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा था कि कक्षा 12वीं का परिणाम तैयार करने के लिए इंटरनल परीक्षा को भी आधार पर बनाया जा सकता है। इसीलिए कहा जा रहा है कि 11वीं और 12वीं के इंटरनल परीक्षा के आधार पर 12वीं का अंतिम रिजल्ट तैयार किया जा सकता है।

अगर कोई छात्र आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर तैयार किए गए रिजल्ट से संतुष्ट नहीं होगा, तो उसे परीक्षा देने का एक अवसर भी दिया जाएगा। हालांकि कोरोना को लेकर स्थिति अनुकूल होने पर ही छात्रों को परीक्षा देने का विकल्प दिया जाएगा।