SBI के सहयोगी बैंकों का 1 अप्रैल से होगा विलय, स्टेट बैंक को होगा बड़ा फायदा

यदि आपका बैंक खाता स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर ऐंड जयपुर, स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर, स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर और स्टेट बैंक ऑफ पटियाला में है तो यह खबर आपके काम की है। अब ख़बरें एक क्लिक पर इस लिंक पर क्लिक कर Download करें Mobile App – उत्तराखंड पोस्ट इन बैंकों की देश
 

यदि आपका बैंक खाता स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर ऐंड जयपुर, स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर, स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर और स्टेट बैंक ऑफ पटियाला में है तो यह खबर आपके काम की है। अब ख़बरें एक क्लिक पर इस लिंक पर क्लिक कर Download करें Mobile App – उत्तराखंड पोस्ट

इन बैंकों की देश भर में मौजूद सभी शाखाएं 1 अप्रैल से देश के सबसे बड़े सार्वजनिक बैंक एसबीआई की ब्रांच के तौर पर काम कर शुरू कर देंगी। सरकार इससे पहले ही एसबीआई के सभी असोसिएट बैंकों के विलय का ऐलान कर चुकी है।

यही नहीं केंद्र सरकार ने भारतीय महिला बैंक के भी स्टेट बैंक में ही विलय का ऐलान किया है। सरकार का कहना है कि इससे महिलाओं तक बेहतर बैंकिंग सुविधाओं को पहुंचाने में मदद मिल सकेगी। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के असोसिएट बैंकों की ओर से जारी किए जाने वाले डेबिट और क्रेडिट कार्ड पहले से ही एसबीआई के नेटवर्क के तहत ही काम करते थे। माना जा रहा है कि असोसिएट बैंकों के मर्जर से एसबीआई मजबूत होगा और उसकी वित्तीय स्थिति में बड़ा इजाफा होने की उम्मीद है।

एसबीआई को होगा बड़ा फायदा | पिछले ही दिनों स्टेट बैंक की चेयरपर्सन अरुंधति भट्टाचार्य ने कहा था कि मर्जर के साथ पैरेंट बैंक असोसिएट बैंकों और महिला बैंक से 5,000 करोड़ रुपये की फिक्स्ड पूंजी हासिल करेगा। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अगर मर्जर योजनाएं पूरी होती हैं तो एसबीआई के पास 21 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा के डिपॉजिट्स होंगे और लोन बुक भी 17.5 लाख करोड़ रुपये के करीब पहुंच जाएगी। भट्टाचार्य ने कहा था, ‘इस सबसे ग्लोबल बैंकों में हमारी रैंकिंग भी सुधरेगी। बैलेंस शीट साइज के हिसाब से हमारी रैंकिंग 59 से सुधरकर 55 पर आ जाएगी।’