घर पर हो रही थी सेहरा सजाने की तैयारी, बॉर्डर पर शहीद हो गए कैप्टन शुभम, रुला देगी कहानी
जम्मू-कश्मीर (उत्तराखंड पोस्ट) जम्मू-कश्मीर के राजौरी में बुधवार को आतंकवादियों से हुई मुठभेड़ में सेना के दो अधिकारी और दो जवान शहीद हो गए थे। शहीद जवानों में आगरा के कैप्टन शुभम गुप्ता भी शामिल हैं ।
कैप्टन शुभम गुप्ता के परिजन एक तरफ उनकी शादी की तैयारियां कर रहे थे इससे पहले ही बेटे की शहादत की खबर आ गई । बेटे के शहीद होने की खबर से परिजनों से गांव में मातम छा गया। कोहराम मच गया। शुभम की मां बेसुध हो गईं.
कैप्टन शुभम गुप्ता के पिता बसंत गुप्ता आगरा में डिस्ट्रिक्ट गवर्नमेंट काउंसलर जिला अदालत में है। शुभम गुप्ता का चयन 2015 में आर्मी में हुआ। शहीद कैप्टन शुभम गुप्ता के भाई ऋषभ का कहना है कि भाई को सिग्नल कोर में कमीशन मिला था. फिर भी उन्होंने सिग्नल कोर छोड़कर पैरा ज्वाइन की थी. जब भी वे वे किसी सीक्रेट मिशन पर जाते थे तो उनका फोन बंद रहता था. देश के प्रति उनका जज्बा अदभुत था. शहीद कैप्टन शुभम को शुरू से ही देश और सेना को लेकर एक अलग ही जुनून था. शुभम को बचपन से वर्दी बहुत पसंद थी
जम्मू कश्मीर के धर्मसाल के बाजीमाल इलाके में 2 आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी. जिस पर सेना और जम्मू कश्मीर पुलिस ने सर्च ऑपरेशन चलाया. सर्च ऑपरेशन के दौरान ही जंगल में छिपे आतंकियों ने पुलिस और सेना की टीम पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. गोलीबारी में दो अधिकारी और दो जवान शहीद हो गए