देश में बढ़ रहे है कोरोना के नए वैरिएंट के मामले, आई ये बड़ी खबर
नई दिल्ली (उत्तराखंड पोस्ट) आ
भारत में बुधवार को कोरोना वायरस के 1,134 नए मामले दर्ज किए गए, जो 138 दिनों में सबसे अधिक है। कोविड के मामलों में लगातार हो रही बढ़ोतरी पर एम्स के पूर्व निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया कहा कि नया XBB.1.16 वैरिएंट और तेजी से फैल सकता है और इसमें घबराने की कोई बात नहीं है। इससे गंभीर बीमारी या मौत का खतरा नहीं है। डॉ. गुलेरिया ने कहा कि नए वैरिएंट आते रहेंगे क्योंकि वायरस समय के साथ स्वरूप बदलता रहता है और एक्सबीबी 1.16 एक तरह से 'समूह का नया बच्चा' है। जब तक वायरस के इन वैरिएंट्स से गंभीर बीमारी, अस्पताल में भर्ती होने की स्थिति और मौत का खतरा नहीं, तब तक ठीक है क्योंकि आबादी को हल्की बीमारी से कुछ हद तक प्रतिरोधक क्षमता मिलती है।
वायरस समय के साथ विकसित होता है, और यह कोविड और इन्फ्लूएंजा दोनों के साथ होता है और इसे एंटीजेनिक बहाव कहा जाता है। यह धीरे-धीरे विकसित होगा, थोड़ा सा रूप बदलेगा और नए वैरिएंट सामने आएंगे। जब कोविड अपने चरम पर था तो इसके अल्फा, बीटा, गामा डेल्टा और ओमिक्रॉन जैसे वैरिएंट सामने आए थे। इसलिए वायरस बदलता रहता है। अगर हम इस बात पर नजर डालें कि पिछले एक साल में क्या हुआ है, तो पता चलेगा कि हमें जो वैरिएंट मिले हैं वो मूल रूप से केवल ओमिक्रॉन के सब वेरिएंट हैं। इसलिए ऐसा लगता है कि वायरस थोड़ा स्थिर हो गया है, यह उतनी तेजी से वैरिएंट नहीं बदल रहा है जितना अतीत में था।