परमवीर चक्र विजेताओं पर पुस्तकों की “वीर गाथा” श्रृंखला की शुरूआत
उन्होंने बच्चों से कहा कि वे वास्तविक जीवन नायकों की कहानियां पढ़े ताकि यह पहल सार्थक हो सके। साथ ही कहा कि वह सभी राज्यों के शिक्षा मंत्रियों और संबंधित विभागों से यह अनुरोध करेंगी कि यह पुस्तक राज्यों के शैक्षिक संस्थानों, कॉलेजों और स्कूलों में उपलब्ध करायी जांए।
सेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह सुहाग ने इस अभिनव विचार को साकार करने के लिए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का धन्यवाद व्यक्त करते हुए बधाई दी। उन्होंने केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय की पहल सीमा दर्शन का भी उल्लेख किया जिसके तहत राज्यों के छात्र देश के सीमावर्ती इलाकों में जवानों के साथ बातचीत करते हैं।
मेजर सोमनाथ शर्मा (1947 युद्ध), मेजर शैतान सिंह (1962 युद्ध), वीर अब्दुल हमीद (1965 युद्ध), सेकंड लेफ्टिनेंट अरुण क्षेत्रपाल (1971 युद्ध) और कैप्टन मनोज कुमार पांडेय (1999 कारगिल युद्ध) सहित परमवीर चक्र विजेताओं की बहादुरी के युग पर प्रकाश डालने वाली 21 परमवीर चक्र विजेताओं की 5 पुस्तकों का इस अवसर पर विमोचन किया गया है। सभी 5 पांडुलिपियां गौरव सावंत द्वारा तैयार की गई हैं और इनका चित्रण फर्जुद्दीन, धीरज भाटिया, अनिमेष देबनाथ, निपेन भुइयां और समुद्र काजल सैकिया द्वार तैयार किए गए हैं।