कोरोना का कोहराम जारी, अब घर पर भी मास्क लगाकर रहने का आया वक्त

नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने सोमवार को कहा कि यह समय किसी को भी घर पर आमंत्रण देने का नहीं है बल्कि घर पर रहने और घर पर भी मास्क लगाकर रहने का है। वहीं कोरोना के शुरुआती लक्षण देखे जाने पर लोगों से घर पर ही आइसोलेट होने के लिए कहा है
 
नई दिल्ली (उत्तराखंड पोस्ट) देशभर में कोरोना का कहर जारी है। कोरोना के तेजी से बढ़ते संक्रमण के बीच सरकार का कहना है कि अब समय आ गया है कि हमें घर पर रहते हुए भी मास्क लगाने की जरूरत है।

नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने सोमवार को कहा कि यह समय किसी को भी घर पर आमंत्रण देने का नहीं है बल्कि घर पर रहने और घर पर भी मास्क लगाकर रहने का है। वहीं कोरोना के शुरुआती लक्षण देखे जाने पर लोगों से घर पर ही आइसोलेट होने के लिए कहा है।

डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि शुरुआती लक्षण दिखने पर खुद को तत्काल आइसोलेट करें। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट आने तक का इंतजार ना करें। उन्होंने कहा कि ऐसे में आरटी-पीसीआर टेस्ट निगेटिव आने की संभावना है, लेकिन फिर भी लक्षण को देखते हुए खुद को संक्रमित मानें और सभी गाइडलाइन को फॉलो करें।

स्वास्थ्य संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने मास्क नहीं लगाने पर बढ़ने वाले खतरे की बात की। उन्होंने कहा कि अगर दो लोग मास्क नहीं पहनते हैं और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करते हैं तो इससे कोरोना संक्रमण का खतरा 90 फीसदी तक बढ़ सकता है। वहीं अगर व्यक्ति मास्क लगाता है और गाइडलाइन का पालन करता है तो खतरा 30 फीसदी तक कम हो सकता है।

उन्होंने कहा कि अगर गाइडलाइन का पालन नहीं किया जाता है तो एक संक्रमित मरीज 30 दिनों में 406 लोगों को संक्रमित कर सकता है, ऐसे में अगर कोरोना संबंधित गाइडलाइन का पालन किया जाता है तो यह खतरा तीस प्रतिशत तक कम हो सकता है।