1 जनवरी से FASTag लगाना होगा अनिवार्य, इस्तेमाल करने से पहले इन बातों को जानिए

केंद्र सरकार ने टोल प्लाजा पर टोल कलेक्शन को आसान और सुरक्षित बनाने के साथ-साथ टोल पर लगने वाले लंबे जाम से निजात पाने के लिए सभी चौपहिया गाड़ियों के लिए 1 जनवरी से फास्टैग को अनिवार्य कर दिया है।
 

नई दिल्ली (उत्तराखंड पोस्ट) केंद्र सरकार ने टोल प्लाजा पर टोल कलेक्शन को आसान और सुरक्षित बनाने के साथ-साथ टोल पर लगने वाले लंबे जाम से निजात पाने के लिए सभी चौपहिया गाड़ियों के लिए 1 जनवरी से फास्टैग को अनिवार्य कर दिया है।

बता दें कि लोगों की सुविधा के लिए टोल प्लाजा पर विभिन्न बैंकों के एजेंट व एनएचएआई की तरफ से काउंटर लगाए गए हैं। ऐसा करने के पीछे वजह यह है कि हाईवे पर जाते समय टोल प्लाजा पर कैश देते हुए जाम की स्थिति से आपको निजात मिलेगा।

बतां दें कि अभी हाईवे पर 80 फीसदी वाहनों से वाहन फास्टैग के जरिए ही वसूला जाता है। केंद्र सरकार का लक्ष्य टोल वसूली में इजाफा करना है। अभी टोल से हर दिन 93 करोड़ रुपये की कमाई होती है जिसे सरकार 100 करोड़ तक पहुंचाना चाहती है।

नीचे जानिए फास्टैग से जुड़ी सभी जानकारी-

  • FASTag एक टैग और स्टिकर है जिसे कार में आगे की तरफ लगाया जाता है। वहीं हाईवे पर टोल प्लाजा पर लगे स्कैनर गाड़ी पर लगे स्टीकर से डिवाइस रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) टेकनीक के जरिए स्कैन कर लेते हैं और जगह के हिसाब से पैसे अपने आप बैंक अकाउंट से वसूल लिए जाते हैं।
  • अगर आपका फास्टैग किसी प्रीपेड अकाउंट या फिर डेबिट/क्रेडिट कार्ड से लिंक नहीं है तो आपको इसे रिचार्ज कराना होगा।
  • अगर आप FASTag खरीदना चाहते है तो आप इसे PayTM, Amazon, Snapdeal आदी से खरीद सकते हैं. साथ ही देश के 23 बैंकों के जरिए भी इसे अवेलेबल कराया जा सकता है. इनके अलावा सड़क परिवहन प्राधिकरण ऑफिस में भी इनकी बिक्री होती है. भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) अपनी सहायक भारतीय राजमार्ग प्रबंधन कंपनी लिमिटेड (IHMCL) के जरिए FASTag की बिक्री और संचालन किया जाता है।
  • NHAI के अनुसार FASTag की कीमत 200 रुपये है। इसमें आप कम से कम 100 रुपये का रिचार्ज करा सकते हैं। जब तक फास्टैग स्कैनर पर स्कैन करेगा तब तक ये काम करेगा।