पिता बोले- 4 बेटे भी होते तो सभी को देश सेवा में भेजता, अब पोते को सेना में भर्ती करने के लिए तैयार करूंगा
योगेश अपने पीछे एक बेटा और नौ महीने की बेटी को छोड़ गए हैं। उनकी पत्नी स्वास्थ्य विभाग में जीएनएम पद पर कार्यरत है। शहीद योगेश को उत्तराखंड पोस्ट परिवार का नमन।
Updated: Sep 18, 2023, 13:17 IST
अनंतनाग (उत्तराखंड पोस्ट) जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में आतंकवादियों से लड़ते हुए लांस नायक योगेश कुमार शहीद हो गए। राजस्थान के चुरु के रहने वाले योगेश कुमार ने आतंकियों के सफाये के लिए अनंतनाग में चल रहे सेना के ऑपरेशन में लड़ते हुए अपनी शहादत दे दी।
14 आरआर के लांस नायक योगेश कुमार खेल कोटे से 9 साल पहले सेना में भर्ती हुए थे। शहीद हुए योगेश कुमार के चाचा रणधीर सिंह ने बताया कि योगेश 2013 में खेल कोटे से हवलदार के पद पर 18 केवलरी बटालियन (आई) में भर्ती हुए थे। योगेश के दादा भी सेना में थे।
अनंतनाग में सर्च ऑपरेशन में शहीद योगेश कुमार के दोस्त धर्मेंद्र छिंपी ने बताया कि योगेश बहुत बहादुर और जांबाज थे। इकलौते बेटे के शहीद होने पर पृथ्वी सिंह ने कहा कि अगर 4 बेटे भी होते तो सभी को देश सेवा में भेजता, अब पोते को सेना में भर्ती करने के लिए तैयार करूंगा।
आपको बता दें कि शनिवार की रात को सर्च ऑपरेशन के दौरान योगेश कुमार पहाड़ी के ऊपर तैनात थे और करीब 11.30 से 12 बजे के बीच आतंकवादियों से उसकी सीधी मुठभेड़ हुई। आतंकियों की गोली लगने से योगेश शहीद हो गए।