यहां दुल्हन को तोहफे में मिलता है सोना, शादी से पहले ऐसे करें आवेदन
नई दिल्ली (उत्तराखंड पोस्ट) शादी में दुल्हन को तोहफे में सोने के गहने दिए जाते हैं। भारतीय परिवारों में यह चलन शुभ माना जाता है। बढ़ती महंगाई के इस दौर में गरीब माता-पिता अपनी बिटिया को शादी में ऐसे तोहफे नहीं दे पाते हैं।
ऐसे में असम की सरकार एक स्कीम चला रही है, जिसके तहत शादी में दुल्हन को गिफ्ट में गोल्ड दिए जाते हैं दरअसल दुल्हन को सरकार की तरफ से सोने खरीदने के लिए 30 हजार रुपये की मदद पहुंचाई जाती है। यह स्कीम असम सरकार ने पिछले साल ही लॉन्च की है।
इस योजना का लाभ उठाने के लिए कुछ शर्तें रखी गई हैं। जिस समय यह योजना शुरू की गई थी, उस समय 10 ग्राम सोने का भाव 30हजार रुपये था। यानी सरकार 10 ग्राम सोने की कीमत भुगतान करती थी।
अभी भी यह स्कीम असम में जारी है, और सरकार दुल्हन को सोने की ज्वेलरी खरीदने के लिए 30000 रुपये देती है. असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने इस योजना का नाम 'अरुंधति स्वर्ण योजना' दिया है। इस योजना का लाभ उठाने के लिए शर्तें कुछ इस प्रकार हैं। दुल्हन के परिजनों को शादी पंजीकृत करवानी होगी. दुल्हन कम से कम 10वीं तक की पढ़ाई की हो. इसके अलावा दुल्हन के परिवार की सालाना आमदनी 5 लाख रुपये से कम होनी चाहिए।
अरुंधति स्वर्ण योजना का लाभ लड़की की पहली शादी पर ही मिलेगा।यानी दूसरी शादी करने पर इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा। इस स्कीम के तहत गरीब परिवारों को काफी मदद मिलेगी। असम सरकार ने 2019-20 में अरुंधति गोल्ड योजना के लिए 300 करोड़ रुपये का प्रावधान किया था।
दुल्हन को जेवरात नहीं दिए जाते हैं, यानी तोहफे में सोना फिजिकल फॉर्म में नहीं दिया जाएगा. शादी के रजिस्ट्रेशन और वेरिफिकेशन के बाद 30,000 रुपये दुल्हन के बैंक अकाउंट में जमा किए जाएंगे. उसके बाद दुल्हन के परिजनों द्वारा खरीदे गए 30 हजार रुपये के जेवरात के बिल जमा करने होंते है।