डेढ़ साल के बेटे ने दी शहीद पिता की चिता को मुखाग्नि, पूरा गांव रोया

झज्जर (उत्तराखंड पोस्ट) जम्मू कश्मीर के बडगाम में चॉपर क्रैश में शहीद हुए झज्जर जिले के गांव भदानी निवासी विक्रांत को शुक्रवार को अंतिम विदाई दी गई। विक्रांत ने 2005 में इंडियन एयरफोर्स ज्वॉइन की थी। फिलहाल उसकी पोस्टिंग जम्मू के एयर स्टेशन में थी। शहीद विक्रांत को उनके डेढ़ साल के बेटे वरदान ने
 

झज्जर (उत्तराखंड पोस्ट) जम्मू कश्मीर के बडगाम में चॉपर क्रैश में शहीद हुए झज्जर जिले के गांव भदानी निवासी विक्रांत को शुक्रवार को अंतिम विदाई दी गई। विक्रांत ने 2005 में इंडियन एयरफोर्स ज्वॉइन की थी। फिलहाल उसकी पोस्टिंग जम्मू के एयर स्टेशन में थी।

शहीद विक्रांत को उनके डेढ़ साल के बेटे वरदान ने मुखाग्नि दी। इससे पहले वायु सेना के जवानों ने उन्हें सलामी दी। विक्रांत की शादी सात साल पूर्व हुई थी। दो बच्चे हैं, पांच साल की बड़ी बेटी काव्या और डेढ़ साल का बेटा वरदान।

शहीद जवान की मां कांता देवी ने रोते हुए कहा कि उसे अपने बेटे पर गर्व है, जो देश के काम आया है। विक्रांत का बेटा वरदान अभी डेढ़ साल का है, बड़ा होने पर उसे भी वह आर्मी में भेजेगी।