फेसबुक तैयार- भारत में होने वाले चुनाव सुरक्षित रहेंगे: मार्क जुकरबर्ग

नई दिल्ली (उत्तराखंड पोस्ट ब्यूरो) डाटा लीक मामले में फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने अमेरिकी सीनेट के सामने माफी मांगी। उन्होंने कहा जो कुछ भी हुआ उसके लिए सिर्फ वो जिम्मेदार हैं। मार्क जुकरबर्ग ने सीनेट को यह भी भरोसा दिलाया कि वह और उनकी टीम इस पर काम कर रहे हैं कि भारत और दूसरे
 

नई दिल्ली (उत्तराखंड पोस्ट ब्यूरो) डाटा लीक मामले में फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने अमेरिकी सीनेट के सामने माफी मांगी। उन्होंने कहा जो कुछ भी हुआ उसके लिए सिर्फ वो जिम्मेदार हैं।

मार्क जुकरबर्ग ने सीनेट को यह भी भरोसा दिलाया कि वह और उनकी टीम इस पर काम कर रहे हैं कि भारत और दूसरे देशों में होने वाले चुनाव बिल्कुल निष्पक्ष हों। जुकरबर्ग के मुताबिक, उनकी कंपनी हर मुमकिन कोशिश कर रही है कि जो गलती हुई वो दोबारा न दोहराई जाए।

कैपिटोल हिल में सीनेट के सामने मार्क जुकरबर्ग ने कहा 2018 एक बेहद अहम साल है। भारत और पाकिस्तान जैसे कई देशों में चुनाव होने हैं। हम हर मुमकिन कोशिश कर रहे हैं चुनाव पूरी तरह सुरक्षित रहें, इस पर काम चल रहा है।’

मार्क जुकरबर्ग ने कहा कि भारत में आगामी चुनावों को देखते हुए वह इसके सिक्योरिटी फीचर्स को और मजबूत कर रहा है। जुकरबर्ग ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) टूल का हवाला देते हुए कहा कि इसे फेसबुक पर लाया गया है ताकि चुनावों को प्रभावित करने और न्यूज को मैनुपुलेट करने वाले फेक अकाउंट्स की पहचान हो सके, ऐसा टूल पहली बार फ्रांस के चुनाव में साल 2017 में लाया गया था।

फेसबुक के सीईओ और फाउंडर ने कहा फेसबुक अपनी जिम्मेदारी पूरी तरह से नहीं निभा पाया। उन्होंने माफी मांगते हुए यह माना कि उनके प्लटेफॉर्म का इस्तेमाल झूठी खबरों और चुनाव को बिगाड़ने के लिए किया गया।

जुकरबर्ग ने कहा उन्हें अफसोस है कि उनकी कंपनी ने 2016 में हुए अमेरिकी चुनाव को प्रभावित करने वाली रूस की गड़बड़ी को देर से पकड़ा, जिसका फायदा डोनाल्ड ट्रंप को मिला, आज वह अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति हैं।

जुकरबर्ग ने रूस पर आरोप लगाते हुए कहा, “रूस में लोग हैं जिनका काम हमारे सिस्टम, दूसरे इंटरनेट सिस्टम और अन्य सिस्टम में सेंध लगाकर फायदा उठाना है। ऐसे में यह हथियारों की दौड़ है, जिसे बेहतर बनाए रखने और इसे बेहतर करने के लिए इसमें निवेश करने की जरूरत है। जुकरबर्ग ने माना कहा कि मैंने फेसबुक के 8.70 करोड़ यूजर्स के निजी डेटा का दुरुपयोग रोकने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाए, जबकि यह मेरी जिम्मेदारी थी।

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