सस्ता होगा सरसों और रिफाइंड तेल ! सरकार ने बुलाई कारोबारियों की अहम बैठक

पिछले एक साल से सरसों और रिफाइंड तेल के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। इस बीच राहत की बात यह है कि आज केन्द्र सरकार ने तेल व्यापारियों और उनके एसोसिएशन के पदाधिकारियों की एक खास बैठक बुलाई है। उम्मीद है कि इस बैठक में तेल की कीमतें कम करने को लेकर कोई रास्ता निकाला जा सकता है।
 
 

नई दिल्ली (उत्तराखंड पोस्ट) पिछले एक साल से सरसों और रिफाइंड तेल के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। इस बीचराहत की बात यह है कि आज केन्द्र सरकार ने तेल व्यापारियों और उनके एसोसिएशन के पदाधिकारियों की एक खास बैठक बुलाई है। उम्मीद है कि इस बैठक में तेल की कीमतें कम करने को लेकर कोई रास्ता निकाला जा सकता है।

अखिल भारतीय खाद्य तेल व्यापारी महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष शंकर ठक्कर का कहना है- हमने बीते लॉकडाउन के समय सरकार को इस बारे में आगाह किया था कि खाद्य तेल पर कुछ बड़े सटोरियों द्वारा "खेला" किया जाने की संभावनाएं बन रही हैं और सरकार को इसके लिए जरूरी कदम उठाने चाहिए लेकिन सरकार ने इस बात को नजर अंदाज कर दिया और इसका खामियाजा इस कोरोना महामारी के दौरान जनता को भुगतना पढ़ रहा है।

हाल ही में एक बार फिर अखिल भारतीय खाद्य तेल व्यापारी महासंघ द्वारा इस विषय में एक पत्र भेज कर दामों को काबू में करने के लिए सुझाव दिए हैं, जिसमें सबसे अहम यह है कि सरकार द्वारा गत वर्ष रिफाइंड खाद्य तेलों के आयात पर लगाए गए प्रतिबंध को तुरंत हटाया जाए, जिससे भारत के कई राज्यों में रिफाइनरीओ की कमी की वजह से हो रही उपलब्धता और आपूर्ति बाधित नहीं हो।

तेल के बढ़ते दामों पर महासंघ के राष्ट्रीय महामंत्री तरुण जैन का कहना है कि सरकार को तुरंत वायदे और सट्टे पर रोक लगानी चाहिए, जिससे कुछ बड़े सटोरियों द्वारा बाजार और तेल के दाम को ऊपर-नीचे करने के खेल पर रोक लगाई जा सके। इसी संबंध में आज केंद्र सरकार के खाद आपूर्ति और ग्राहक संरक्षण विभाग द्वारा तेल के बढ़ते हुए दामों के संबंध में बैठक बुलाई गई है। बैठक में तेल के बढ़ते दामों को किस तरह से कंट्रोल में लाया जाया इस पर खास चर्चा होगी। साथ ही तेल कारोबारियों से अहम सुझाव भी लिए जाएंगे।