अब मेजर ध्यानचंद के नाम पर होगा राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड का नाम, PM मोदी ने कही ये बात

मोदी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। केंद्र सरकार ने राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार का नाम बदल दिया है। सरकार ने इसे हॉकी के 'जादूगर' कहे जाने वाले मेजर ध्यानचंद के नाम पर रखने का फैसला किया है।
 




नई दिल्ली (उत्तराखंड पोस्ट)
मोदी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। केंद्र सरकार ने राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार का नाम बदल दिया है। सरकार ने इसे हॉकी के 'जादूगर' कहे जाने वाले मेजर ध्यानचंद के नाम पर रखने का फैसला किया है।

शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। पीएम मोदी ने ट्वीट में लिखा, 'देश को गर्वित कर देने वाले पलों के बीच अनेक देशवासियों का ये आग्रह भी सामने आया है कि खेल रत्न पुरस्कार का नाम मेजर ध्यानचंद जी को समर्पित किया जाए. लोगों की भावनाओं को देखते हुए, इसका नाम अब मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार किया जा रहा है।'

देश को गर्वित कर देने वाले पलों के बीच अनेक देशवासियों का ये आग्रह भी सामने आया है कि खेल रत्न पुरस्कार का नाम मेजर ध्यानचंद जी को समर्पित किया जाए। लोगों की भावनाओं को देखते हुए, इसका नाम अब मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार किया जा रहा है।

जय हिंद!
 


ध्यानचंद की उपलब्धियों का सफर भारतीय खेल इतिहास को गौरवान्वित करता है। ध्यानचंद ने लगातार तीन ओलंपिक (1928 एम्सटर्डम, 1932 लॉस एंजेलिस और 1936 बर्लिन) में भारत को हॉकी के स्वर्ण पदक दिलाए है। उनके जन्मदिन (29 अगस्त) को भारत के राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसी दिन हर साल खेल में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सर्वोच्च खेल सम्मान खेल रत्न के अलावा अर्जुन और द्रोणाचार्य पुरस्कार दिए जाते हैं। इस अवॉर्ड की शुरुआत 1991-92 में की गई थी।