राजधानी में 3 दिन बंद रहेंगे दफ्तर, स्कूल और बैंक, बसें भी नही ंचलेंगी, पूरी जानकारी यहां

G-20 का गठन 1999 में हुआ था, तब ये वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंकों के गवर्नरों का संगठन हुआ करता था। इसका पहला सम्मेलन दिसंबर 1999 में जर्मनी की राजधानी बर्लिन में हुआ था। 2008-2009 में दुनिया में भयानक मंदी आई थी। इस मंदी के बाद इस संगठन में बदलाव हुए और इसे शीर्ष नेताओं के संगठन में तब्दील कर दिया गया।
 
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नई दिल्ली (उत्तराखंड पोस्ट) देश की राजधानी दिल्ली में सितंबर महीने में बहुप्रतीक्षित G20 समिट होने जा रही है जी 20 समिट को ध्यान में रखते हुए दिल्ली सरकार ने 8, 9 और 10 सितंबर 2023 को छुट्टी का ऐलान किया है। दिल्ली सरकार और एमसीडी के सभी दफ्तर भी इन तीन दिनों तक बंद रहेंगे। इसके साथ ही सभी स्कूलों में भी तीन दिनों का अवकाश होगा।

इस दौरान दिल्ली पुलिस के नई दिल्ली जिले के तहत आने वाले बैंक और वित्तीय संस्थानों को भी बंद रखा जाएगा। पुलिस द्वारा पहले से चिह्नित दुकानों और व्यावसायिक जगहों को भी बंद रखा जाएगा।

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इन तीन दिनों में आम लोगों को किसी भी तरह की परेशानी ना हो, इसके लिए एक वर्चुअल हेल्पडेस्क बनाया जायेगा। इस हेल्पडेस्क के जरिए आपको अलग-अलग रूट की जानकारी मिल सकेगी। नई दिल्ली आने के लिए लोगों से मेट्रो का उपयोग करना सबसे अच्छा रहेगा। मेट्रो में कोई बदलाव या रोक-टोक नहीं होगी। इसी के साथ, एनडीएमसी एरिया के बाहर कोई रोक नहीं होगी।

7 सितंबर की रात से कमर्शियल व्हीकल की एंट्री नई दिल्ली इलाके में बंद रहेगी। हालांकि, जरूरी सामान को लाने-ले जाने पर कोई रोक नहीं होगी, इसी के साथ, एनडीएमसी एरिया में बसें नहीं चलेंगी। अगर इन तीन में किसी को एयरपोर्ट जाना है तो मेट्रो का इस्तेमाल करना होगा। अगर अपनी गाड़ी से जाना है तो ज्यादा वक्त लेकर चलें, क्योंकि वीवीआइपी मूवमेंट की वजह से रोड  ट्रैफिक कई बार बंद रहेगा।

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जिन गाड़ियों को सिर्फ दिल्ली से गुजरना है, उन्हें ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर डाइवर्ट कर दिया जाएगा। वहीं, नई दिल्ली में इन तीन दिनों के लिए गुड्स व्हीकल लाने की इजाजत नहीं होगी। जरूरी सामान लेकर आने वाली गाड़ियों को तय रूट से अंदर आने की अनुमति होगी। इन तीन दिनों तक कंट्रोल जोन 1 में टैक्सी और ऑटो नहीं आ सकेंगे, लेकिन जिन लोगों का इस इलाके में घर है या जो ऑनलाइन कैब बुक करते हैं उन्हें आने-जाने की अनुमति होगी।

मेट्रो सेवा वैसे तो बाधित नहीं होंगी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट मेट्रो स्टेशन यात्रियों के लिए बंद रहेगा। इस मेट्रो स्टेशन से ना आप मेट्रो बोर्ड कर सकेंगे और ना ही मेट्रो से उतर सकेंगे। वहीं, प्रगति मैदान टनल,मथुरा रोड और भैरों रोड पूरी तरह से आम ट्रैफिक के लिए बंद रहेगी।

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क्या है जी20 समिट

G-20 का गठन 1999 में हुआ था, तब ये वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंकों के गवर्नरों का संगठन हुआ करता था। इसका पहला सम्मेलन दिसंबर 1999 में जर्मनी की राजधानी बर्लिन में हुआ था। 2008-2009 में दुनिया में भयानक मंदी आई थी। इस मंदी के बाद इस संगठन में बदलाव हुए और इसे शीर्ष नेताओं के संगठन में तब्दील कर दिया गया। 2008 में अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन में इसकी समिट हुई। 2009 और 2010 में साल में दो बार G-20 समिट का आयोजन होता था। 2009 में लंदन और पिट्सबर्ग में, जबकि 2010 में टोरंटो और सियोल में इसका आयोजन हुआ। 2011 के बाद से ये साल में एक बार ही होती है।

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G-20 के सदस्यों में भारत के अलावा अर्जेंटिना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, इंडोनेशिया, इटली, जापान, दक्षिण कोरिया, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, साउथ अफ्रीका, तुर्की, यूके, अमेरिका और यूरोपीय संघ शामिल हैं। दुनिया की 80 फीसदी जीडीपी और 75 फीसदी कारोबार G-20 के देशों में ही होता है। इतना ही नहीं, दुनिया की दो-तिहाई आबादी भी इन्हीं देशों में रहती है।