कोरोना वैक्सीन लगाकर भी कुछ लोग हो रहे हैं संक्रमित, फिर भी क्यों जरुर लगवाएं टीका ?

कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि वैक्सीन की एक डोज़ दो हफ्ते के बाद से असर दिखाती है और किसी भी व्यक्ति को 50-60 फीसदी तक सुरक्षा प्रदान करती है, जबकि कुछ एक्सपर्ट सुरक्षा को 85 फीसदी तक बताते हैं। वहीं, दूसरी डोज़ मिलने के बाद सुरक्षा का प्रतिशत 95 फीसदी तक पहुंच जाता है।

 
नई दिल्ली (उत्तराखंड पोस्ट) कोरोना वायरस की दूसरी लहर भारत में कहर बरपा रही है। कोरोना संक्रमण से बचने के लिए सबसे बेहतर उपाय फिलहाल वैक्सीन ही बताया जा रहा है लेकिन देश और विदेश में ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं, जहां पर वैक्सीन लेने के बाद लोगों को कोरोना हो रहा है।

अगर कोई व्यक्ति कोरोना वैक्सीन की पहली डोज़ ले रहा है, लेकिन बाद में उसे कोरोना हो रहा है। इस मसले पर सीके बिड़ला अस्पताल के डॉ. राजा धर बताते हैं कि वैक्सीन एक बूस्टर के तौर पर काम करती है, जो आपको बुखार और अन्य तरह के लक्षणों से बचाव करने में मदद करती है। ये आपकी मदद कर सकती है, लेकिन आपको वैक्सीन लेने के बाद भी सुरक्षा बरतने में कोई लापरवाही नहीं करनी चाहिए।

इससे इतर एक और एक्सपर्ट मेडिका सुपरस्पेशलिटी अस्पताल के डॉ. अविरल रॉय के मुताबिक, वैक्सीन आपके शरीर को कुछ हदतक ताकत देती है लेकिन दोबारा संक्रमण होने के पीछे एक कारण भी है क्योंकि वायरस आपकी नाक के ज़रिए शरीर में प्रवेश करता है लेकिन अभी जो वैक्सीन मिल रही है, वह नाक में नहीं बल्कि खून में एंटीबॉडी बना रही है, ऐसे में वायरस के आने का रास्ता खुला है लेकिन अगर वैक्सीन मिल जाती है, तो इंफेक्शन होने के चांस काफी कम हो जाते हैं।

कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि वैक्सीन की एक डोज़ दो हफ्ते के बाद से असर दिखाती है और किसी भी व्यक्ति को 50-60 फीसदी तक सुरक्षा प्रदान करती है, जबकि कुछ एक्सपर्ट सुरक्षा को 85 फीसदी तक बताते हैं। वहीं, दूसरी डोज़ मिलने के बाद सुरक्षा का प्रतिशत 95 फीसदी तक पहुंच जाता है।

अब जब कुछ लोगों को वैक्सीन लेने के बाद भी कोरोना हो रहा है, तो लोगों के मन में वैक्सीन के प्रति सवाल खड़े हो रहे हैं लेकिन मेडिका सुपरस्पेशलिटी अस्पताल के डॉ. अविरल रॉय की मानें, तो वैक्सीन लेने में कोई सोच-विचार करने की ज़रूरत ही नहीं है, अगर आपका नंबर आ रहा है तो आप ज़रूर लें। वैक्सीन से आपका कुछ बुरा नहीं हो रहा है, उल्टा वैक्सीन लेने के बाद अगर आपको कोरोना होता भी है तो उससे लड़ने की ताकत मिलेगी और बीमारी का असर कम होगा।

डॉ. धर का कहना है कि वैक्सीन की पहली डोज़ से जो सुरक्षा मिलती है वह कुछ हदतक सीमित होती है, लेकिन लोगों को लगता है कि अब वैक्सीन लग गई है तो कोई दिक्कत नहीं है, ऐसे में लापरवाही बढ़ती है।

जब लोग वैक्सीन लगवा रहे हैं, उसके बाद सबसे बड़ी गलती जो देखने को मिल रही है वह मास्क का सही तरह से उपयोग ना करना। वैक्सीन एंटी बॉडी बनाने में दो हफ्ते लेती है, लेकिन उसके बावजूद सभी को कोविड गाइडलाइन्स का पालन करना चाहिए और वायरस नाक से ही प्रवेश करता है, ऐसे में एक्सपर्ट्स की यही सलाह है कि आप मास्क लगाकर ही रखें।