10 साल की लड़की की मौत पर पूरा शहर मांग रहा है माफी, पढ़कर हो जाएंगे भावुक
अलीगढ़ (उत्तराखंड पोस्ट) ट्रैफिक जाम के कारण समय पर इलाज न मिलने की वजह से 10 साल की लड़की की मौत हो गयी। इसके बाद अब पूरा शहर शोक मना रहा है और खुद को उसकी मौत का कारण खुद को मानकर माफी मांग रहा है।
खबर उत्तरप्रदेश के सासनी गेट, अलीगढ़ का है। हाईवेयर कारोबारी ब्रजेश की 10 साल की बेटी यशस्वी बीमार रहती थी और आगरा में उसका इलाज चल रहा था। न्यूरो संबंधी परेशानी होने के बावजूद वह स्कूल में पढ़ने जाती थी।
एक दिसम्बर को शाम 5 बजे यशस्वी अचानक से बेहोश हो गई। उसके पिता तुंरत उसे कार में लेकर पास के एक अस्पताल पहुंचे। डॉक्टरों ने उसे जेएन मेडिकल कॉलेज (AMU) ले जाने को कहा। लेकिन मेडिकल कॉलेज जाते वक्त कार सासनी गेट के पास ट्रैफिक जाम में फंस गई। इसके बाद ब्रजेश ने एक्टिवा स्कूटी से बेटी को मेडिकल कॉलेज ले जाने का मन बनाया।
आगे चलकर एक्टिवा को भी खिरनी गेट और हाथरस अड्डे के पास फिर से जाम मिल गया। वहां से चले तो रॉयल सिनेमा हाल के पास रोड को बंद कर निर्माण कार्य चल रहा था। इसके बाद ब्रजेश ने अपनी एक्टिवा बैंक कॉलोनी होते हुए निकलने की कोशिश की तो दुबे का पड़ाव पर जाम मिल गया।
मेडिकल कॉलेज अभी भी दूर था तो लिहाज़ा निर्णय लिया गया कि रास्ते में पड़ने वाले वरुण ट्रॉमा सेंटर में ही बेटी को दिखा दिया जाए। ट्रॉमा सेंटर पहुंचे ब्रजेश को एक बार फिर डॉक्टरों ने मेडिकल कॉलेज ले जाने की सलाह दी।
इसके बाद ब्रजेश को चौराहे क्वार्सी पर जाम मिल गया। अब वह कुछ दूरी पर स्थित मेडिकल कॉलेज पर यशस्वी को लेकर पहुंच गए। लेकिन तब तक यशस्वी ने दम तोड़ दिया। बेटी को खोने के दुख ने ब्रजेश को बेसुध कर दिया हैं।
यह खबर जब शहर को लोगों को पता चली तो हर कोई गमगीन हो गया। लोग जाम में फंसी यशस्वी के दम तोड़ने की घटना के लिए खुद को ज़िम्मेदार मान रहे हैं। सोशल मीडिया पर यशस्वी से माफी मांग रहे हैं। इस घटना के लिए किसी और को ज़िम्मेदार न ठहरा कर इसे खुद की गलती मान रहे हैं।