उत्तराखंड की बेटी वंदना कटारिया ने ओलंपिक्स में रचा इतिहास, ऐसा करने वाली पहली भारतीय महिला बनीं 

 

नई दिल्ली (उत्तराखंड पोस्ट) भारतीय हॉकी टीम में शामिल उत्तराखंड की बेटी वंदना कटारिया ने टोक्यो ओलंपिक में इतिहास रच दिया है। वंदना कटारिया ओलंपिक इतिहास में हॉकी में हैट्रिक लगाने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बन गई हैं

टोक्यो ओलंपिक्स में भारत-साउथ अफ्रीका के बीच खेले गए हॉकी के मुकाबले में उत्तराखंड की रहने वाली भारतीय खिलाड़ी वंदना कटारिया ने एक के बाद एक गोल बरसाकर ओलंपिक्स के इतिहास में हैट्रिक दर्ज करा दी। भारतीय महिला हॉकी टीम ने अपने आखिरी ग्रुप मैच में दक्षिण अफ्रीका को 4-3 से हरा दिया है

वंदना ने मैच शुरू होने के महज चौथे मिनट में गोल दाग साउथ अफ्रीका पर बढ़त बना ली। वहीं दूसरा गोल भी वंदना कटारिया ने दागा। वंदना ने पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलकर भारत को 2-1 से बढ़त दिला दी। दक्षिण अफ्रीका ने दूसरे क्वार्टर के अंतिम कुछ सेकंड में भारत के खिलाफ हाफ-टाइम में 2-2 से बराबरी की।

इसके बाद भारत ने पेनल्टी कॉर्नर को गोल में तब्दील कर तीसरे क्वार्टर की शुरुआत की। नेहा ने गेम में अपना पहला स्कोर बनाया और भारत को 3-2 से आगे कर दिया। इसके बाद एक बार फिर साउथ अफ्रीका ने कड़ी टक्कर देते हुए तीसरा गोल दागकर मुकाबला 3-3 से बराबरी पर पहुंचा दिया।

साउथ अफ्रीका की ओर से ग्लासबी ने पहला, हंटर ने दूसरा और मारैस ने तीसरा गोल किया। भारत की ओर से चौथा गोल एक बार फिर वंदना कटारिया ने दागा। इस गोल के साथ भारत ने मैच में जोरदार वापसी कर ली। 4-3 से बढ़त बनाकर भारतीय टीम ने ओलंपिक्स में बने रहने की उम्मीदें बरकरार रख दीं। भारत की तरफ से वंदना ने रिकॉर्ड 3 गोल्ड दागे।

बता दें कि वंदना कटारिया भारतीय राष्ट्रीय टीम में फारवर्ड के रूप में खेलती हैं। 2013 में हुए हॉकी विश्व कप में वंदना ने 5 गोल किये थे। भारत ने हॉकी विश्व कप में कांस्य पदक जीता था।