हिमखंड की चपेट में आने से सैनिक शहीद, मां से किया था जल्दी घर आने का वादा

शिमला(उत्तराखंड पोस्ट) किन्नौर में भारत-तिब्बत सीमा के साथ डोगरी नाले में हिमखंड की चपेट में आने से विदेश कुमार (32) के शहीद होने की खबर मिलने के बाद समूचे क्षेत्र के लोग गमगीन हैं। बता दें 20 फरवरी को सेना के छ जवानों के साथ निरमंड की खरगा पंचायत के थरूवा गांव के विदेश हिमंखड
 

शिमला(उत्तराखंड पोस्ट) किन्नौर में भारत-तिब्बत सीमा के साथ डोगरी नाले में हिमखंड की चपेट में आने से विदेश कुमार (32) के शहीद होने की खबर मिलने के बाद समूचे क्षेत्र के लोग गमगीन हैं।

बता दें 20 फरवरी को सेना के छ जवानों के साथ निरमंड की खरगा पंचायत के थरूवा गांव के विदेश हिमंखड में दब गए थे। बीते 23 दिनों से विदेश के पिता आईपीएच विभाग से सेवानिवृत्त ईश्वर दास और माता पुष्पा देवी अपने बेटे सही सलामत लौटने की उम्मीद लगाए हुए थे।लेकिन अब शहीद बेटे का पार्थिव शरीर तिरंगे में लिपटा घर पहुंचेगा।

वहीं, विदेश की पत्नी निंटा देवी सूचना मिलने के बाद बेसुध हैं। विदेश सात साल पहले विवाह हुआ था, लेकिन अभी तक उनकी कोई संतान नहीं है।

शहीद विदेश कुमार ने अपनी मां पुष्पा देवी फोन कर बताया था कि वे जल्द छुट्टी लेकर घर वापस लौटेंगे। लेकिन उन्हें क्या पता था कि ऐसी खबर सुनने को मिलेगी।दादा केशू राम (90) अपने पोते के शहीद होने की खबर से सदमे में हैं।

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