World Cup में टीम इंडिया की जर्सी पर बवाल, जानिए नीली से भगवा होने की कहानी
देहरादून (उत्तराखंड पोस्ट) आईसीसी वर्ल्ड कप 2019 के महासंग्राम के बीच टीम इंडिया की जर्सी को लेकर भारत में बवाल हो रहा है। कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के नेताओं ने इसके पीछे केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार का हाथ बताया है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि केंद्र सरकार क्रिकेट में भी भगवा राजनीति को शामिल करने की कोशिश कर रही है।
समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आसिम आजमी ने कहा कि इस फैसले के पीछे केंद्र सरकार का हाथ है, यह देश में बढ़ते भगवाकरण का हिस्सा है। आजमी ने कहा, ‘मोदी जी पूरे देश का भगवाकरण करना चाहते हैं। एक मुसलमान वह था जिसने भारतीय तिरंगे को डिजाइन किया था। तिरंगे में अन्य रंग हैं, केवल नारंगी ही क्यों चुनें? यह बेहतर होगा कि उनकी जर्सी तिरंगे पर आधारित हो।
वहीं, पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक नसीम खान ने कहा कि मोदी सरकार भगवा राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा कि जब से मोदी सरकार सत्ता में आई है, तब से वह भगवा राजनीति कर रही है। तिरंगे का सम्मान किया जाना चाहिए और राष्ट्रीय सद्भाव को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। यह सरकार हर चीज का भगवाकरण करना चाहती है।
आपको बता दें कि टीम इंडिया इंग्लैंड के खिलाफ 30 जून को होने वाले आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप के मैच में पारंपरिक नीले रंग की जर्सी की बजाय नारंगी जर्सी में मैदान पर उतरेगी। हालांकि, टीम इंडिया की इस वैकल्पिक जर्सी में नीला रंग तो होगा लेकिन इसके साथ ही उसमें नारंगी रंग भी होगा।
क्यों करना पड़ा बदलाव? | टीम इंडिया को ये बदलाव इसलिए करना पड़ रहा है क्योंकि इंग्लैंड और भारत, दोनों टीमों की जर्सी का रंग एक जैसा है। ऐसे में मेहमान टीम को इंग्लैंड के साथ होने वाले मुकाबले में अपनी ‘अल्टरनेट जर्सी’ (वैकल्पिक जर्सी) का उपयोग करना होगा, जो नारंगी होगी।
टीम इंडिया के लिए भगवा यानी नारंगी रंग के चयन पर आईसीसी ने कहा, ‘बीसीसीआई को रंग के कई विकल्प दिए गए थे और उन्होंने वही चुना जो उन्हें जर्सी के रंग के साथ बेहतर लगा। यह इसलिए करना पड़ा क्योंकि इंग्लैंड की टीम भी भारत की तरह नीले रंग का ही जर्सी पहनती है। यह डिजाइन भारत की पुरानी टी-20 जर्सी से लिया गया है, जिसमें नारंगी रंग था।
आईसीसी ने कहा कि इस जर्सी को डिजाइन करने वाले डिजाइनर अमेरिका में बैठे हैं। उन्होंने कोई नया रंग का इस्तेमाल नहीं किया है, बल्कि जो पहले से ही मौजूद है उसी से जर्सी को बनाया है। जर्सी के डिजाइन के दौरान यह भी ध्यान में रखा गया कि क्रिकेट प्रेमियों को टीम इंडिया के खिलाड़ियों को पहचानने में कोई परेशानी न हो।
क्या कहते हैं आईसीसी के नियम?| आईसीसी नियमों के अनुसार मेजबान टीम को आईसीसी टूर्नामेंट में खेलते हुए अपनी जर्सी के रंग को बरकरार रखना होता है। हालांकि, भारत की जर्सी भी नीले रंग की है, ऐसे में भारत की जर्सी में यह बदलाव किया गया है। ऐसे में मेजबान इंग्लैंड नीली ही जर्सी में उतरेगा।
बता दें कि मौजूदा वर्ल्ड कप में 2 जून को दक्षिण अफ्रीका ने बांग्लादेश के खिलाफ मैच में अपनी शर्ट बदल ली थी। उस मैच में अफ्रीकी खिलाड़ी हरे रंग की जगह पीले रंग की शर्ट में मैदान पर उतर थे।