दर्दनाक हादसा | रुद्रप्रयाग में ट्राली से मंदाकिनी में गिरी मासूम

रुद्रप्रयाग में नदी के बीचों बीच पहुंची ट्रॉली का गेट खुलने से तीन वर्षीय मासूम मंदाकिनी की लहरों में समा गई। घटना रुद्रप्रयाग से 19 किलोमीटर दूर विजयनगर की है। जानकारी के अनुसार नेपाली मूल के मजदूर दरम्यान सिंह विजयनगर के पास मंदाकिनी के दूसरी ओर बेडासारी गांव में किराये पर रहता है। उसकी तीन
 

रुद्रप्रयाग में नदी के बीचों बीच पहुंची ट्रॉली का गेट खुलने से तीन वर्षीय मासूम मंदाकिनी की लहरों में समा गई।
घटना रुद्रप्रयाग से 19 किलोमीटर दूर विजयनगर की है। जानकारी के अनुसार नेपाली मूल के मजदूर दरम्यान सिंह विजयनगर के पास मंदाकिनी के दूसरी ओर बेडासारी गांव में किराये पर रहता है। उसकी तीन वर्षीय इकलौती बेटी प्रीती अगस्त्यमुनि के गौरी मेमोरियल स्कूल में नर्सरी में पढ़ती थी।

रोज की तरह मंगलवार की दोपहर वह छुट्टी के बाद अपनी मां के साथ घर लौट रही थी। विजयनगर में नदी पार करने के लिए तीन अन्य लोगों के साथ मां-बेटी भी ट्रॉली में सवार हुईं। ट्रॉली में आमने-सामने दो-दो लोग बैठ सकते हैं। बाकी लोग तो बैठ गए और प्रीती मां के पास ही खड़ी हो गई।

बताया जा रहा है कि जैसे ही ट्रॉली नदी के बीचों बीच पहुंची एकाएक ट्रॉली का गेट खुला और प्रीती नदी में जा गिरी। इससे ट्रॉली में बैठे लोग चिल्लाने लगे। ट्रॉली के किनारे पहुंचने पर पुलिस को सूचना दी गई। इस बीच ग्रामीणों को घटना की सूचना मिली तो वे केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर एकत्र हुए और जाम लगा दिया। ग्रामीणों का आरोप था कि लोक निर्माण विभाग की लापरवाही से ही हादसे हो रहे हैं।

लोगों का आरोप है कि वर्ष 2013 की आपदा में पुल बहने के बाद से मंदाकिनी के आर पार ट्रॉली से आना जाना किया जा रहा है। ग्रामीण लंबे समय से यहां पुल की मांग कर रहे हैं, लेकिन उनकी मांग को नजरंदाज किया जा रहा है।