उत्तराखंड | बागेश्वर उपचुनाव में किसे टिकट देगी बीजेपी, क्या इस तस्वीर में ही है जवाब ?
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा - डबल इंजन सरकार की जन कल्याणकारी नीतियों से प्रभावित होकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं बागेश्वर विधानसभा से प्रत्याशी रहे रंजीत दास जी ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की है। रंजीत जी का भाजपा परिवार में हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन।
रुद्रप्रयाग (उत्तराखंड पोस्ट) बागेश्वर उपचुनाव की तारीख का ऐलान हो चुका है। 5 सितंबर को मतदान होना है तो 8 सितंबर को चुनाव के नतीजे आएंगे। राज्य की दोनों मुख्य पार्टियां चुनावी तैयारियों में भी जुट गई हैं लेकिन इस बीच कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। बागेश्वर विधानसभा सीट से कांग्रेस के पूर्व प्रत्याशी रंजीत दास ने भाजपा का दामन थाम लिया। रंजीत दास ने 2022 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था।
शनिवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने रंजीत दास का पार्टी में स्वागत किया। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने भाजपा प्रदेश कार्यालय में रंजीत दास को पार्टी में शामिल किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा - डबल इंजन सरकार की जन कल्याणकारी नीतियों से प्रभावित होकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं बागेश्वर विधानसभा से प्रत्याशी रहे रंजीत दास जी ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की है। रंजीत जी का भाजपा परिवार में हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन।
आपको बता दें कि मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बागेश्वर उप चुनाव की अधिसूचना जारी कर दी है। यह सीट विधानसभा सदस्य व कैबिनेट मंत्री चंदन रामदास की मृत्यु के बाद रिक्त घोषित की गई थी। नामांकन जमा करने की अंतिम तिथि 17 अगस्त है। 21 अगस्त को नाम वापस लिए जा सकते हैं। इसके बाद पांच सितंबर को मतदान व आठ सितंबर को मतगणना होगी।
क्या रंजीत दास को टिकट देगी बीजेपी ?
बागेश्वर उपचुनाव के लिए माना जा रहा था कि भाजपा बागेश्वर उपचुनाव में पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वर्गीय चंदनराम दास की पत्नी या बेटे पर दांव लगा सकती है। बृहस्पतिवार को चुनाव संचालन समिति ने संभावित पांच दावेदारों के नामों पर चर्चा के बाद जो तीन नाम छांटे हैं, उनमें दो नाम दास की पत्नी और बेटे का बताया जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक, विधानसभा चुनाव प्रबंधन टोली ने राज्य संसदीय बोर्ड को पांच नाम भेजे जिनमें चंदन राम दास की पत्नी पार्वती दास, बेटा गौरव दास, पार्टी के वरिष्ठ नेता जेसी आर्य, दीपा आर्य व मथुरा प्रसाद के नाम शामिल हैं।
खबर है कि बीजेपी पुरानी परंपरा के अनुसार, सहानुभूति का दांव चलेगी। पार्टी का भी चंदनराम दास की पत्नी को प्रत्याशी बनाए जाने पर जोर है। हालांकि उनके बेटे की मजबूत दावेदारी मानी जा रही है।
अब जबकि कांग्रेस के पूर्व उम्मीदवार रंजीत दास ने बीजेपी का दामन थाम लिया है तो सबके मन में ये सवाल है कि क्या बीजेपी चंदन राम दास के परिवार को टिकट न देकर रंजीत दास को मैदान में उतारेगी?
ये सवाल इसलिए भी क्योंकि रंजीत दास को कांग्रेस से टिकट मिलना तय माना जा रहा था लेकिन इसके बाद भी उनका बीजेपी में शामिल होना ईशारा करता है कि रंजीत दास की बीजेपी में शामिल होने के पीछे बीजेपी से उम्मीदवार बनाए जाने का भरोसा भी हो सकता है।
2022 में जीत - हार का अंतर- 2022 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के चंदन राम दास को 32, 211 वोट मिले तो कांग्रेस के रंजीत दास को कुल 20, 070 वोट मिले। इस तरह चंदन राम दास ने कांग्रेस के रंजीत दास को 12, 141 वोटों से हराया।
बहरहाल ये तो सिर्फ कयास हैं औऱ रंजीत दास के कांग्रेस छोड़ने से कांग्रेस पार्टी को ऐन उपचुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले बड़ा झटका लगा है, देखना ये होगा कि अब बागेश्वर की चुनावी जंग किस – किस के बीच होती है और इसमें कौन बाजी मारता है।