चारधाम रेल परियोजना से चीन सीमा पर मजबूत होगी भारत की पकड़

उत्तराखंड में चारधाम रेल परियोजना के शिलान्यास से ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन का विस्तार सोनप्रयाग और जोशीमठ तक हो जाएगा। चीन से लगी उत्तराखंड की सीमा के लिहाज से ये रेल ट्रेक काफी अहम है। अब ख़बरें एक क्लिक पर इस लिंक पर क्लिक कर Download करें Mobile App – उत्तराखंड पोस्ट जोशीमठ तक रेलवे लाइन का विस्तार सैन्य सुरक्षा
 

उत्तराखंड में चारधाम रेल परियोजना के शिलान्यास से ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन का विस्तार सोनप्रयाग और जोशीमठ तक हो जाएगा। चीन से लगी उत्तराखंड की सीमा के लिहाज से ये रेल ट्रेक काफी अहम है। अब ख़बरें एक क्लिक पर इस लिंक पर क्लिक कर Download करें Mobile App – उत्तराखंड पोस्ट

जोशीमठ तक रेलवे लाइन का विस्तार सैन्य सुरक्षा के लिए भी महत्वपूर्ण होगा। हमारी सैन्य जरूरतों और सामग्रियों के आदान-प्रदान के लिए यह योजना महत्वपूर्ण होगी।

दरअसल चमोली जिले में भारत की सीमा चीन से लगती है। माणा पीक, रिमखिम, बडाहोती समेत कई सीमा चैकियां भारत की इस क्षेत्र में है। सीमा पार चीन भारत की सीमा के बहुत निकट तक रेलवे लाइन बिछा चुका है। भारत भी कुछ स्थानों तक सड़क पहुंचा चुका है, लेकिन अभी भी सरहद की चौकियां पर पैदल ही जाना होता है।

चीन न सिर्फ भारत की सीमा पर समय-समय पर हरकत करता है, बल्कि अपने सैन्य सामान को भी रेलवे व्यवस्था होने के कारण अपनी सीमा चैकियों तक मजबूती से पहुंचा रहा है। ऐसे में यदि जोशीमठ तक रेल लाइन का विस्तार होता है तो यह भारत की सैन्य शक्ति के लिए महत्वपूर्ण कदम होगा।