गैरसैंण में जोश में हरीश रावत बोले- ठंडी पड़ गयी सरकार के विरोध में बैठा हूं

गैरसैंण (उत्तराखंड पोस्ट) गैरसैंण में शीतकालीन सत्र न कराए जाने के विरोध में पूर्व सीएम हरीश रावत ने बुधवार को गैरसैंण में सांकेतिक उपवास पर बैठकर अफना विरोध प्रकट किया। हरीश रावत ने कहा कि में पहली बार सरकार के विरोध में बैठा हूँ। पिछले 3 साल से गैरसैंण में कोई विकास कार्य नहीं हुए
 

गैरसैंण (उत्तराखंड पोस्ट) गैरसैंण में शीतकालीन सत्र न कराए जाने के विरोध में पूर्व सीएम हरीश रावत ने बुधवार को गैरसैंण में सांकेतिक उपवास पर बैठकर अफना विरोध प्रकट किया।

हरीश रावत ने कहा कि में पहली बार सरकार के विरोध में बैठा हूँ। पिछले 3 साल से गैरसैंण में कोई विकास कार्य नहीं हुए हैं। मैं उसके विरोध में बैठा हूं। कहा, ठंडी पड़ गयी सरकार के विरोध में बैठा हूं।

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रावत ने कहा कि मैंने निश्चय किया है कि, हम इस मुद्दे को इतने सिद्दत से, इतनी जोर से उठायेंगे कि, इस सरकार को हम मजबूर कर देंगे कि, वो “गैरसैंण को राजधानी” स्वीकार करें और बनायें। गैरसैंण में ठंड लगती है, यह कहकर माननीय मुख्यमंत्री जी ने हमारे आगे के संघर्ष को दावत दी है और मैंने उनका यह दावतनामा कबूल कर लिया है, “गैरसैंण राजधानी”।

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