शीतकालीन सत्र | गैरसैंण को स्थायी राजधानी के मसले पर सरकार ने दिया ये जवाब

गैरसैंण [उत्तराखंड पोस्ट ब्यूरो] गैरसैंण में चल रहे शीतकालीन सत्र में निर्दलीय विधायक प्रीतम सिंह पंवार ने सरकार से गैरसैंण को राजधानी बनाने की मांग करते हुए इस मुद्दे पर चर्चा की मांग रखी। इस पर विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने इसे कार्य स्थगन के तहत नियम 58 की ग्राह़यता पर सुनने के लिए स्वीकार
 

गैरसैंण [उत्तराखंड पोस्ट ब्यूरो] गैरसैंण में चल रहे शीतकालीन सत्र में निर्दलीय विधायक प्रीतम सिंह पंवार ने सरकार से गैरसैंण को राजधानी बनाने की मांग करते हुए इस मुद्दे पर चर्चा की मांग रखी। इस पर विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने इसे कार्य स्थगन के तहत नियम 58 की ग्राह़यता पर सुनने के लिए स्वीकार किया।

शाम को इस विषय पर चर्चा आरंभ करते हुए विधायक प्रीतम पंवार ने कहा कि राज्य गठन के 17 वषों बाद भी प्रदेश को स्थायी राजधानी नहीं मिल पाई है। आंदोलनकारियोंने जिस प्रदेश के लिए यातनाएं ङोली और कुर्बानी दी, वहां अभी तक स्थायी राजधानी का न बन पाना चिंता का विषय है। 1उन्होंने कहा कि शीतकालीन सत्र एक अच्छा अवसर है जब गैरसैंण को स्थायी राजधानी घोषित किया जा सकता है। सरकार की ओर से जवाब देते हुए संसदीय कार्यमंत्री प्रकाश पंत ने कहा कि राजधानी को लेकर राजधानी चयन आयोग का गठन किया गया था। आयोग ने सभी प्रदेशवासियों से राय लेकन चार खंडों में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की थी। हंगामे के चलते इस पर चर्चा नहीं हो पाई। सरकार ने निर्णय लिया है कि साल में एक सत्र गैरसैंण में जरूर आयोजित किया जाएगा। सरकार सभी क्षेत्रों में आवश्यकता के अनुसार काम कर रही है। अगले पांच वषों में प्रदेश सुव्यवस्थित और विकसित राज्यों की श्रेणी में आ जाएगा।

सरकार के इस जवाब पर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष व कांग्रेस विधायक गोविंद सिंह कुंजवाल ने कहा कि यदि भराड़ीसैण में एक ही सत्र चलाना है तो इसकी आवश्यकता नहीं है। इसमें भारी खर्च आता है। सरकार को जनता की भावना के अनुरूप निर्णय लेना चाहिए। वहीं सरकार के उत्तर से असंतुष्ट होकर निर्दलीय विधायक प्रीतम पंवार ने सदन का से वॉकआउट कर दिया। (उत्तराखंड पोस्ट के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं, आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं)