इस गांव में आजादी के बाद पहली बार पहुंचा कोई मुख्यमंत्री

उत्तराखंड के सीमांत जिले चमोली के कर्णप्रयाग की तहसील आदिबदरी के 69 राजस्व गांवों के लिए सोमवार का दिन कुछ खास था सुबह से ही गांवों में हलचल तेज थी। हर कोई उत्साहित नजर आ रहा था। हो भी क्यों ना आखिर आजादी के बाद पहली बार यबां पर कोई मुख्यमंत्री आने वाला था। ऐसे
 

उत्तराखंड के सीमांत जिले चमोली के कर्णप्रयाग की तहसील आदिबदरी के 69 राजस्व गांवों के लिए सोमवार का दिन कुछ खास था सुबह से ही गांवों में हलचल तेज थी। हर कोई उत्साहित नजर आ रहा था। हो भी क्यों ना आखिर आजादी के बाद पहली बार यबां पर कोई मुख्यमंत्री आने वाला था। ऐसे में मुख्यमंत्री को देखने औऱ सुनने के लिए लोग सुबह से ही जुटने शुरु हो गए थे। हेलिपेड से लेकर खेल मैदान तक जहां पर मुख्यमंत्री का कार्यक्रम होना था लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी।

दरअसल मुख्यमंत्री हरीश रावत आदिबदरी में चल रहे तीन दिवसीय नौठा कौथिग मेले के समापन अवसर पर आदिबद्री पहुंचने वाले थे। गौरतलब है कि इससे पहले वर्ष 2014 और वर्ष 2015 में लगातार दो बार मंदिर समूह के कपाटोद्घाटन में मुख्यमंत्री का कार्यक्रम तय हुआ, लेकिन मुख्यमंत्री यहां नहीं पहुंच पाए थे।

इस बार मुख्यमंत्री हरीश रावत के यहां पहुंचते ही ग्रामीणों ने उऩका दिल खोलकर स्वागत किया। इस मौके पर विकास के पथ पर आगे बढ़ने की आस लगाए बैठे ग्रामीणों को भी मुख्यमंत्री ने निराश नहीं किया और अदिबदरी के लिए अपना पिटाला खोलते हुए घोषणाओं की झड़ी लगा दी।  खेल मैदान मे जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि हमें अपने प्रदेश के विकास के कार्यों को निरंतर बनाये रखना होगा।  (पढ़ें-आदिबदरी में खुला CM रावत का पिटारा, लगाई घोषणाओं की झड़ी)

उन्होंने कहा कि विकास जनता करती है, इसके लिए हमें अपने आप को बदलना है और विकास के लिए होने वाले परिवर्तन के लायक बनना है। मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि हमें अपने भाग्य परिवर्तन हेतु तीन चीजें अपनानी होगी पहली शिक्षा, दूसरी खेती व पशुधन व तीसरी प्रकृति के उत्पादों को हस्तशिल्प में बदलकर अपनी आर्थिकी मजबूत करना।

मुख्यमंत्री ने की ये घोषणाएं

इस अवसर पर मुख्यमंत्री रावत ने आदिबद्री मे आईटीआई शाखा, जूनियर हाईस्कूल आदिबद्री का उच्चीकरण, आदिबद्री व जिलासू में उपजिलाधिकारी की नियुक्ति, मैहलचौरी मे मिनी स्टेडियम, नंदासैंण इन्टर कालेज का नाम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी कृपाल सिंह खत्री के नाम पर करने, गैरसैंण मे शीघ्र सचिवालय भवन का निर्माण कार्य शुरू करवाने, आदिबद्री मेला समिति को प्रत्येक वर्ष दो लाख रूपए, एगड-केडापडाव-चॉदपुरगढी खाल मोटर मार्ग की स्वीकृति, आदिबद्री तहसील के ग्राम स्वर्का तथा विकासखण्ड पोखरी के सूगा ग्राम को मुख्यमंत्री आदर्श ग्राम बनाने की घोषणा की।

मुख्यमंत्री ने आदिबद्री खेल मैदान को विकसित करने के लिए जिलाधिकारी विनोद कुमार सुमन को अग्रिम आंगणन प्रस्ताव बनाकर शीघ्र प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। इसके साथ ही उन्होंने चमोली जिले को पर्वतीय क्षेत्र के विकास के मॉडल जिले के रूप में विकसित किये जाने की बात कही।