पढ़ें- CM रावत ने क्यों कहा- यदि कोई भूल हुई हो तो क्षमा मांगते हैं

उत्तराखंड विधानसभा में विश्वास मत हासिल करने के बाद दोबारा मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालने के बाद से देव स्थानों की यात्रा करते हुए मंगलवार को मुख्यमंत्री हरीश रावत चार धामों में से एक बदरीनाथ धाम पहुंचे। रावत ने बदरीनाथ धाम में पूजा-अर्चना कर भगवान बदरीनाथ का आशीर्वाद लिया। साथ ही प्रदेश की सुख, शांति, समृद्धि व
 

उत्तराखंड विधानसभा में विश्वास मत हासिल करने के बाद दोबारा मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालने के बाद से देव स्थानों की यात्रा करते हुए मंगलवार को मुख्यमंत्री हरीश रावत चार धामों में से एक बदरीनाथ धाम पहुंचे। रावत ने बदरीनाथ धाम में पूजा-अर्चना कर भगवान बदरीनाथ का आशीर्वाद लिया। साथ ही प्रदेश की सुख, शांति, समृद्धि व सुखद यात्रा की कामना की। रावत धाम में करीब एक घंटा रुके। इस दौरान उन्होंने वहां पर व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया और मौके पर मौजूद अधिकारियों को श्रद्धालुओं के लिए व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के भी निर्देश दिए।

इस दौरान मुख्यमंत्री रावत ने धाम मे मौजूद देश विदेश से आए श्रद्धालुओं से यात्रा व्यवस्था के बारे मे फीडबैक लिया। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को खतरनाक स्लाइड जोन के स्थायी समाधान हेतु निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार पूरी तरह से हाइवे को सुचारू रखने हेतु तत्पर है। उन्होंने कहा कि धाम मे पहुंचने वाले किसी भी श्रद्धालु व यात्रियों को दिक्कतों का सामना न करना पड़े यह हमारी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि हम सेवक है यदि हमसे कोई भूल चूक हुई हो तो उसके लिए भगवान से क्षमा याचना मांगते है। (पढ़ें-इस गांव में आजादी के बाद पहली बार पहुंचा कोई मुख्यमंत्री)

इससे पहले मुख्यमंत्री रावत 11 बजकर 5 मिनट पर हेलीकॉप्टर से गोविंदघाट हेलीपैड पर पहुंचे। यहां से वह कार से हनुमानचट्टी होते हुए बदरीनाथ धाम के लिए रवाना हुए। (पढ़ें-भगवान केदारनाथ की शरण में पहुंचे मुख्यमंत्री हरीश रावत)

गौरतलब है कि रविवार को मुख्यमंत्री हरीश रावत ने केदारनाथ धाम पहुंच कर बाबा केदार के दर्शन किए थे और सोमवार को रावत आदिबदरी पहुंचे थे। (पढ़ें-आदिबदरी में खुला CM रावत का पिटारा, लगाई घोषणाओं की झड़ी)