पर्यटन, दुग्ध, उद्यानीकरण, सब्जी, फल और चाय उत्पादन का प्रमुख हब बनेगी धामी की विधानसभा
अधिकारियों को निर्देशित किया कि आदर्श चंपावत के लिए तैयार की गई कार्ययोजना में हर क्षेत्र के विशेषज्ञों को जोड़ा जाए और उनके अनुभवों और सलाह को प्राथमिकता दी जाए। प्रयास किए जाएं कि जनपद में आने वाले पर्यटक यहां कम से कम पांच दिन अवश्य प्रवास करें।
देहरादून (उत्तराखंड पोस्ट) मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को सचिवालय में “आदर्श चंपावत, विकसित चंपावत” के संकल्प को पूर्ण करने हेतु आयोजित बैठक में क्षेत्र के विकास के लिए तैयार की गई कार्ययोजना पर सभी विभागों को आपसी समन्वय के साथ कार्य करने के निर्देश दिए।
धामी ने कहा कि हमारी सरकार ने चंपावत के विकास के लिए स्थानीय लोगों की आशाओं एवं आकांक्षाओं के अनुरूप कार्ययोजना तैयार की है। हमारा लक्ष्य एक ऐसे चंपावत का निर्माण करना है जिसमें स्थानीय लोगों को स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध हो सके और क्षेत्र की GDP का आकार चार गुना बड़ा हो।
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अधिकारियों को निर्देशित किया कि आदर्श चंपावत के लिए तैयार की गई कार्ययोजना में हर क्षेत्र के विशेषज्ञों को जोड़ा जाए और उनके अनुभवों और सलाह को प्राथमिकता दी जाए। प्रयास किए जाएं कि जनपद में आने वाले पर्यटक यहां कम से कम पांच दिन अवश्य प्रवास करें।
मुख्यमंत्री धामी ने अधिकारियों को धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए माँ पूर्णागिरि धाम के साथ ही मायावती आश्रम और शारदा घाट के आस-पास के क्षेत्रों को विकसित करने और जनपद में साहसिक खेलों के साथ ही जंगल सफारी को बढ़ावा देने एवं क्षेत्र को वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में भी विकसित करने के निर्देश दिए।
धामी ने कहा कि हमारा लक्ष्य आगामी वर्षों में चंपावत को पर्यटन, दुग्ध, उद्यानीकरण, सब्जी, फल और चाय उत्पादन का प्रमुख हब बनाना है। इस हेतु अधिकारियों को इस पर विस्तृत कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए।