मुख्यमंत्री हरीश रावत को भरोसा, देहरादून बनेगा ‘स्मार्ट सिटी
देहरादून के लिए रेट्रोफिटिंग या रिडेवलपमेंट आधार की बजाए ग्रीन फील्ड आधार लेने पर उठ रहे सवालों पर मुख्यमंत्री लरावत ने कहा कि रेट्रोफिटिंग में मुख्यतः पेयजल आपूर्ति, सीवरेज को लिया जाता जबकि हम पहले ही देहरादून में इस पर भारी निवेश कर चुके हैं और इन कार्यों पर काम चल रहा है। रिडेवलपमेंट में शर्त यह थी कि जिस भी क्षेत्र में रिडेवलपमेंट किया जाता वहां दुबारा पुनर्निर्माण करना पड़ता। ऐसा देहरादून में किया जाना व्यावहारिक रूप से सम्भव नहीं था। इसके लिए नगर निगम से अनुमति जरूरी होती। नगर निगम के लिए भी ऐसा किया जाना सम्भव नहीं था।
मुख्यमंत्री रावत ने उम्मीद जतायी कि आगे देहरादून को स्मार्ट सिटी के लिए चयनित किया जाएगा। रावत ने कहा कि यदि ऐसा किया जाता है तो हम चयनित क्षेत्र में ग्रीन कवर को बनाए रखेंगे। जल स्तर को सुधारने के लिए योजना बनाई गई है। स्मार्ट सिटी से जो भी आय होगी उसका 50 प्रतिशत हिस्सा पुराने देहरादून के विकास पर व्यय किया जाएगा और 50 प्रतिशत हिस्सा उत्तराखण्ड के अन्य भागों विशेषतः पर्वतीय क्षेत्रों में स्मार्ट टाउन विकसित करने पर किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की साईलेंट मेजोरिटी विकास चाहती है और सरकार इस भावना का सम्मान करते हुए प्रदेश के विकास के लिए काम करती रहेगी।