स्मार्ट सिटी की दौड़ में पिछड़ा देहरादून, उत्तराखंड-उत्तरप्रदेश की झोली खाली

शहरी विकास मंत्री एम वेंकैया नायडू ने स्मार्ट शहर के तौर पर विकसित किये जाने वाले पहले 20 शहरों की घोषणा कर दी है। 20 शहरों में पहला शहर है भुवनेश्वर, दूसरा पुणे, तीसरा जयपुर, चौथा शहर सूरत, पांचवां शहर कोच्चि, छठा अहमदाबाद, सांतवां जबलपुर, आंठवां विशाखापत्तनम, नवां सोलापुर, दसवां धवनगिरि है। अन्य दस शहरों
 

शहरी विकास मंत्री एम वेंकैया नायडू ने स्मार्ट शहर के तौर पर विकसित किये जाने वाले पहले 20 शहरों की घोषणा कर दी है। 20 शहरों में पहला शहर है भुवनेश्वर, दूसरा पुणे, तीसरा जयपुर, चौथा शहर सूरत, पांचवां शहर कोच्चि, छठा अहमदाबाद, सांतवां जबलपुर, आंठवां विशाखापत्तनम, नवां सोलापुर, दसवां धवनगिरि है। अन्य दस शहरों में इंदौर, एनडीएमसी (दिल्ली), कोयंबटूर, काकीनाडा बेलगाम, उदयपुर, गुवाहाटी, चेन्नई, लुधियाना और भोपाल हैं। वैंकेया नायडू ने कहा कि चुने गए शहरों को अगले तीन साल तक 100 करोड़ दिए जाएंगे। 5 राज्यों की राजधानी का चयन स्मार्ट सिटी बनाने के लिए हुआ।

स्मार्ट सिटी का चयन डेवेलपमेंट और प्लानिंग के आधार पर किया गया है। तमिलनाडु को भीषण बाढ़ की वजह से अतिरिक्त समय दिया गया है। पहले 20 स्मार्ट सिटी में रैंकिंग में अव्वल स्थान पर रहा ओडिशा का भुवनेश्वर और 20वें स्थान पर मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल है। 20 शहरों की सूची में यूपी, बिहार, झारखंड, उत्तराखंड, हिमाचल और बंगाल का कोई शहर नहीं चुना गया। पूर्वोत्तर से सिर्फ असम की राजधानी गुवाहाटी का चयन हुआ है। मध्य प्रदेश से तीन शहरों का चयन किया गया है। इन तीन शहरों में भोपाल, इंदौर, जबलपुर शामिल है। राजस्थान से उदयपुर व जयपुर का चयन किया गया है। वहीं महाराष्ट्र से पुणे सोलापुर का चयन हुआ है।

नायडू ने बताया कि स्मार्ट सिटी चैलेंज में 97 शहर हैं और प्रतिस्पर्धा के पहले 20 विजेताओं के नामों की घोषणा कर दी गयी। इन शहरों में पानी और बिजली आपूर्ति, सफाई और ठोस कचरा प्रबंधन, मुकम्मल शहरी आवागमन और सार्वजनिक परिवहन, आईटी संपर्क, ई-गवर्नेंस के जरिए बुनियादी सुविधाएं और नागरिकी भागीदारी विकसित की जाएगी।