अवैध संबध बने डॉक्टर की हत्या की वजह, महिला समेत 5 गिरफ्तार

हरिद्वार जिले के मंगरौल में कोतवाली पुलिस ने लैब टेक्नीशियन की हत्या का खुलासा करते हुए महिला समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस पूछताछ में पता चला कि डॉक्टर की हत्या अवेध संबंधों के चलते की गई थी। पुलिस सभी आरोपियों से पूछताछ के बाद जेल भेज दिया है। साथ ही उनकी
 

हरिद्वार जिले के मंगरौल में कोतवाली पुलिस ने लैब टेक्नीशियन की हत्या का खुलासा करते हुए महिला समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस पूछताछ में पता चला कि डॉक्टर की हत्या अवेध संबंधों के चलते की गई थी। पुलिस सभी आरोपियों से पूछताछ के बाद जेल भेज दिया है। साथ ही उनकी निशानदेही पर डॉक्टर के शव की तालाश कर रही है। अब ख़बरें एक क्लिक पर इस लिंक पर क्लिक कर Download करें Mobile App –https://play.google.com/store/apps/details?id=app.uttarakhandpost

एसपी देहात मणिकांत मिश्रा ने कोतवाली मंगलौर में आयोजित पत्रकार वार्ता में बताया कि पुलिस को गंगनहर के पुराने पुल के समीप डॉक्टर जगपाल निवासी रामगढ़ थाना कुतुबसेर सहारनपुर की कार मिली थी। कार खून सनी हुई थी। परिजनों ने जगपाल की हत्या की आशंका जताई थी।

इस मामले में मंगलौर कोतवाली प्रभारी जवाहर लाल की टीम ने जांच-पड़ताल की तो डॉक्टर के गांव के मनोज का नाम सामने आया। पुलिस ने इस मामले की कड़ियां जोड़ी तो पूरा हत्या का सच सामने आ गया। एसपी देहात ने बताया कि डॉ. जगपाल के मनोज की पत्नी से अवैध संबंध थे।

इस बात को लेकर मनोज और डॉक्टर के बीच झगड़ा भी हुआ। डॉक्टर को रास्ते से हटाने के लिये मनोज ने अपनी पत्नी को विश्वास में लिया। इस दौरान उसने अपने साले मांगा उर्फ मोहित निवासी बेहडेकी सैदाबाद थाना झबरेड़ा, पत्नी के मौसेरे भाई राज उर्फ भोला निवासी ग्राम दहियाकी थाना मंगलौर को बुलाकर हत्या की साजिश रची।

उन्होंने डॉक्टर जगपाल को रुड़की में शराब पीने के लिये बुलाया। यहां पर उसे शराब पिलाई गई और उसमें नशे की गोली डाल दी। इसके बाद वह जगपाल को उसकी कार में लेकर बिझौली गांव के जंगल में पहुंचे। यहां पर डॉक्टर को चाकुओं से गोद दिया। इसके बाद में वह शव को लेकर गंगनहर पुल पर पहुंचे और शव को गंगनहर में फेंककर फरार हो गये। इस दौरान उन्होंने कार को तो वहीं पर छोड़ दिया जबकि बाइक से तीनों चले गये। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर बिझौली गांव के जंगल से डॉक्टर का एटीएम, पैन कार्ड, जॉकेट, चाकू का पीछे का हिस्सा, जगपाल का पैंन और मोटरसाइकिल बरामद की। पूछताछ के बाद आरोपियों ने महिला समेत चारों का चालान कर दिया।

डाक्टर के पास दो मोबाइल फोन थे, जो कि पुलिस को नही मिले। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि जगपाल के पास मिले सस्ते फोन को तो उन्होंने उसके शव के साथ ही मंगलौर नहर मे ही फेंक दिया था जबकि व्हाटसऐप वाले महंगे फोन पर पहले तो उनकी नीयत खराब हो गई। उसे स्वीचऑफ कर उन्होंने अपने पास रख लिया। बाद में उन्हें अहसास हुआ कि कहीं पुलिस मोबाइल फोन के जरिये उन्हें पकड़ ना ले, इसलिये उस फोन को दहियाकी गांव के पास गंगनहर में फेंक दिया।

एसपी देहात मणिकांत मिश्रा ने बताया कि डॉक्टर जगपाल के महिला से एक साल से संबंध थे। जहां डॉक्टर तीन बच्चों का पिता था, वहीं महिला दो बच्चों की मां है। महिला की शादी आठ साल पहले हो चुकी है।

महिला के डॉक्टर के चचेरे भाई के साथ संबंध थे। उसके साथ उसके कुछ फोटो डॉक्टर के हाथ लग गये। इन फोटो के आधार पर जगपाल ने उसे ब्लैकमेल किया और उससे संबंध स्थापित किये। इस दौरान वह उसको कई बार धमकी भी देता था कि वह उसके फोटो और वीडियो को नेट पर डाल देगा। इससे परेशान होकदर महिला को अपने पति, भाई के साथ मिलकर उसकी हत्या करवानी पड़ी।

मृतक डॉक्टर जगपाल के भाई महीपाल ने मंगलौर कोतवाली पर दी गई तहरीर मे बताया है कि उसके भाई ने आरोपी मनोज के ससुर को कुछ रुपये उधार दे रखे थे। इन रुपयों को लौटाने के लिये जगपाल मनोज पर दबाव बना रहा था। मनोज ने इन रुपयों का हिसाब करने के लिये ही उसके भाई को रुड़की बुलाया था।

यहां पर उसके भाई को शराब पिलाकर धोखे से उसकी हत्या कर दी गई। परिवार के लोग पुलिस द्वारा बताई गई हत्या की वजह से इंकार कर रहे है। उनका कहना है कि अवैध संबंधों को लेकर नहीं वरन रुपये के लेनदेन को लेकर हत्या की गई है।