बेटी को विधायक बनाया, अब रिटायरमेंट से पहले बेटे को सांसद बनाएंगे हरीश रावत! बोले- जीते तो रावत ही
हरिद्वार (उत्तराखंड पोस्ट) लंबे इंतजार को खत्म करते हुए आखिरकार कांग्रेस ने उत्तराखंड की बची दो लोकसभा सीट हरिद्वार और नैनीताल-ऊधम सिंह नगर लोरसभा सीट पर भी प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है।
लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस पार्टी ने नैनीताल- ऊधम सिंह नगर लोकसभा सीट से प्रकाश जोशी और हरिद्वार लोकसभा सीट से कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के बेटे वीरेंद्र रावत पर दांव खेला है।
आपको बता दें कि हरिद्वार लोकसभा सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार वीरेंद्र रावत का मुकाबला बीजेपी उम्मीदवार पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत से होगा, जिन्हे निशंक का टिकट काटकर इस बार बीजेपी ने मैदान में उतारा है। नैनीताल ऊधमसिंह नगर लोकसभा सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार प्रकाश जोशी का मुकाबला बीजेपी कैंडिडेट अजय भट्ट से होगा।
हरदा का रिटायरमेंट!
उत्तराखंड में टिकट बंटवारे में एक बार फिर से हरीश रावत की ही चली है। अंदरखाने दूसरे गुट के भारी विरोध के बावजूद हरीश रावत अपने बेटे विरेंद्र को टिकट दिलाने में कामयाब रहे हैं।
टिकट बंटवारे से कुछ घंटे पहले जब हरीश रावत से हरिद्वार लोकसभा सीट को लेकर सवाल किया गया था तो हरदा का जवाब था- हरिद्वार में बीजेपी हारेगी और जीतेगा तो रावत ही, जाहिर है हरदा का ये टिकट ऐलान से पहले इशारा था कि हरिद्वार से टिकट उनके परिवार में ही आएगा और ऐसा हुआ भी। नीचे सुनिए हरदा ने किस अंदाज में ये बात कही-
<a href=https://youtube.com/embed/BBxvFsw93i8?autoplay=1&mute=1><img src=https://img.youtube.com/vi/BBxvFsw93i8/hqdefault.jpg alt=""><span><div class="youtube_play"></div></span></a>" style="border: 0px; overflow: hidden"" style="border: 0px; overflow: hidden;" width="640"> अपने रिटायरमेंट से पहले हरदा ने 2022 के विधानसभा चुनाव में अपने बेटी अनुपमा रावत को हरिद्वार ग्रामीण विधानसभा से टिकट दिलाकर और फिर चुनाव जिताकर राजनीतिक करियर पटरी पर ला दिया है तो अब हरीश रावत ने हरिद्वार लोकसभा सीट से अपने बेटे वीरेंद्र रावत को भी टिकट दिलाकर राजनीतिक करियर पटरी पर लाने की कोशिश की है।
हरदा के बेटे को टिकट मिलने के बाद अब राजनीतिक गलियारों में ये कयास लगाए जा रहे हैं कि हरीश रावत ने अब अप्रत्यक्ष रूप से अपनी राजनैतिक पारी समाप्ति की घोषणा कर दी है क्योंकि आगामी विधानसभा चुनाव 2027 में होंगे जबकि लोकसभा चुनाव अब 2029 में होंगे और हरीश रावत 75 साल की उम्र पूरी कर चुके हैं।