“शासन धार्मिक भावनाओं से चलता है, मनुष्य के मन में ईश्वर का डर होना जरूरी”
उन्होंने कहा कि सरकार के तेवर तल्ख न होने के कारण ही वहां अपराध बढ़ रहे हैं। शासन धार्मिक भावनाओं से चलता है और जब तक मनुष्य के मन में ईश्वर का डर नहीं होगा, वह दंड देने के बावजूद अपराध करेगा।
शंकराचार्य ने कांवड़ मेले का जिक्र करते हुए कहा कि इस बार कांवड़ियों ने साई की प्रतिमा को कांवड़ में शामिल न करके सही निर्णय लिया। कहा कि राष्ट्र ध्वज को साथ लेकर गंगाजल लेने आए कांवड़ियों ने राष्ट्र का मान बढ़ाया, क्योंकि राष्ट्र ध्वज में अशोक चक्र है और यह चक्र ही सुदर्शन चक्र है। इसी तरह लोगों को भगवान सुदर्शन की आराधना करनी चाहिए।