वीडियो पर मचा बवाल, ट्रेंड कर रहा है 'उत्तराखंड पुलिस' ? पूरा सच जानिए
सोमवार को सोशल मीडिया पर “उत्तराखंड पुलिस” ट्रेंड कर रहा है। इसमें हरिद्वार पुलिस पर यात्रियों के साथ अभद्रता का आरोप लगाते हुए लोग वीडयो शेयर कर कमेंट कर रहे हैं। कई लोगों के मन में ये भी सवाल होगा कि आखिर सोशल मीडिया पर जो ट्रेंड कर रहा है वही पूरी सच्चाई है कि इस घटना का कोई और पहलू भी है।
हरिद्वार (उत्तराखंड पोस्ट) धर्मनगरी हरिद्वार में गंगा दशहरा, वीकेंड के कारण आज लाखों की संख्या में यात्रियों द्वारा आवागमन किया गया। इतनी बड़ी संख्या में यात्रियों के हरिद्वार आने व जाने से मुख्य मार्ग "हरिद्वार-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग" पर जबरदस्त ट्रैफिक का दबाव रहा। अगर दो-चार मिनट ट्रैफिक रुक जाए तो सैकड़ो की संख्या में गाड़ियों की लाइन लग जाती है। ऐसे में इतनी गर्मी में यातायात व्यवस्था बनाए रखना पुलिसकर्मियों के लिए चुनौती है।
सोमवार को सोशल मीडिया पर “उत्तराखंड पुलिस” ट्रेंड कर रहा है। इसमें हरिद्वार पुलिस पर यात्रियों के साथ अभद्रता का आरोप लगाते हुए लोग वीडयो शेयर कर कमेंट कर रहे हैं। कई लोगों के मन में ये भी सवाल होगा कि आखिर सोशल मीडिया पर जो ट्रेंड कर रहा है वही पूरी सच्चाई है कि इस घटना का कोई और पहलू भी है।
इस पूरी घटना में हुआ क्या था अब ये हरिद्वार पुलिस ने बताया है। हरिद्वार पुलिस ने अपने सोशल मीडिया हैंडल में घटना का दूसरा वीडियो भी शेयर किया है और पूरा घटनाक्रम विस्तार से बताया है।
हरिद्वार पुलिस के मुताबिक भारी ट्रैफिक दबाव के बीच हरिद्वार के ज्वालापुर क्षेत्र में हरिद्वार-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग पर अति व्यस्त हरिलोक तिराहे पर मेरठ के यात्री ने गलत तरीके से गाड़ी खड़ी कर दी जब वहां ड्यूटी पर मौजूद पुलिसकर्मियों द्वारा गाड़ी का चालान किया गया तो यात्री अपनी गलती मानने के बजाय पुलिस कर्मियों पर एकदम से भड़क गया और बेहद अभद्र भाषा में बात करने लगा और अचानक से पुलिस के साथ मारपीट शुरू कर दी।
उत्तराखंड पुलिस ने आगे कहा- धमकी देते हुए ड्यूटी पर मौजूद पुलिसकर्मी से कहा "तेरे से जो होता है कर ले" इसका वीडियो मौके से किसी ने बना लिया जो कमेंट बॉक्स में दिया जा रहा है।
हरिदवार पुलिस ने कहा कि आप यात्रा करने आए हैं, पिस्टल भी साथ लेकर चल रहे है लेकिन लाइसेंस भी नही दिखा पा रहे हैं उल्टा पुलिस के साथ मारपीट/अमर्यादित भाषा बोल रहे है। उक्त प्रकरण में पुलिस द्वारा सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आवश्यक वैधानिक कार्रवाई की गई जबकि कुछ लोग पुलिस को ही दोषी ठहरा रहे हैं और घटना को दूसरा रुप देने की कोशिश कर रहे हैं।