उत्तराखंड | पुलिस ने किया हत्याकांड का सनसनीखेज खुलासा- अजीम ने दी थी नाबालिग को दर्दनाक मौत
हरिद्वार कप्तान प्रमेन्द्र डोबाल की क्लोज मॉनिटरिंग न सिर्फ इस पूरे घटनाक्रम का पर्दाफाश़ हुआ बल्कि पुलिस ने एक बेकसूर नामजद को बचाकर गुनहगार को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाया, जिसके बाद से ही हरिद्वार पुलिस की बेजोड़ कार्यशैली को लोग सराह रहे हैं।
हरिद्वार (उत्तराखंड पोस्ट) हरिद्वार की रानीपुर पुलिस ने क्षेत्र में हुई किशोरी की हत्या के मामले का खुलासा कर दिया है। इस हत्याकांड में इससे पहले कई सावाल थे। गुमशुदगी है, आत्महत्या या हत्या इस तरह के कई सवाल लोगों के मन में थे अब हरिद्वार पुलिस ने इस हत्याकांड के खुलासे के साथ हर सवाल का जवाब दिया है।
हरिद्वार कप्तान प्रमेन्द्र डोबाल की क्लोज मॉनिटरिंग न सिर्फ इस पूरे घटनाक्रम का पर्दाफाश़ हुआ बल्कि पुलिस ने एक बेकसूर नामजद को बचाकर गुनहगार को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाया, जिसके बाद से ही हरिद्वार पुलिस की बेजोड़ कार्यशैली को लोग सराह रहे हैं।
क्या है पूरा मामला ?
हरिद्वार की रानीपुर पुलिस ने क्षेत्र में हुई किशोरी की हत्या के मामले का खुलासा कर दिया है। गिरफ्तार आरोपी से पूछताछ में सामने आया कि वह नाबालिग का प्रेमी था। उसने ही अपनी प्रेमिका की हत्या की थी। उसने बताया कि आरोपी ने किशोरी से पीछा छुड़ाने लिए गला दबाकर उसे मौत के घाट उतारा और शव को कट्टे में डालकर गंगनहर में फेंक दिया था।
एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने प्रेस कांफ्रेंस में इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि 31 जनवरी को सलेमपुर महदूद निवासी एक व्यक्ति ने अपनी 15 वर्ष की बेटी की गुमशुदा होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उसका शव दो दिन पहले आसफ नगर झाल से बरामद हुआ था। पुलिस ने मोबाइल नंबर की डिटेल निकालने के साथ अन्य पहलुओं पर पड़ताल शुरू की तो मामले से पर्दा उठता चला गया।
एसएसपी ने बताया कि आरोपी अजीम को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी का किशोरी से प्रेम प्रसंग चल रहा था इसलिए वह लगातार उस पर निकाह करने का दबाव बना रही थी। 27 दिसंबर की रात घंटों तक दोनों की फोन पर बातें हुई। इसके बाद उसने उसे रात में मिलने के लिए बुलाया। जहां गला दबाकर किशोरी को मौत के घाट उतार दिया। उसके बाद कट्टे में शव डालकर भैंसा बुग्गी से लेकर रेगुलेटर पुल से गंगनहर में फेंक दिया था। इस मामले का एक सीसीटीवी भी पुलिस के हाथ लगा और आखिरकार पुलिस असली आरोपी तक पहुंची और उसे गिरफ्तार कर इस हत्याकांड का खुलासा किया।